= कभी भी सामने आ सकती है बडी़ घटना
= ग्राम प्रधान ने बीईओ को पत्र भेज दी सूचना
= जल्द सुध न लेने पर आंदोलन का ऐलान

(((महेंद्र कनवाल/अंकित सुयाल/मनीष कर्नाटक की रिपोर्ट)))

सुदूर गांवों में शिक्षा के मंदिर बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं बावजूद किसी को भी लेना देना नहीं है विद्यालय की छत बड़ी घटना की ओर इशारा कर रही है ग्राम प्रधान ने बीईओ को पत्र भेज तत्काल व्यवस्था में सुधार की मांग उठाई है।
सुदूर प्राथमिक पाठशाला वलनी की हालत दयनीय हो चुकी है कक्षा कक्ष के ऊपर दरकती छत बड़े खतरे की ओर इशारा कर रही है।हालाकि अभी विद्यालय में अध्यनरत 15 नौनिहाल स्कूल नही आ रहे है।पर विद्यालय स्टाफ के उपर खतरा बरकरार है। बदहाल हो चुकी छत में बारिश के दौरान काफी पानी रुक रहा है। कभी भी विद्यालय की छत भरभरा कर गिर सकती है। ग्राम प्रधान महेंद्र रावत के अनुसार कई बार आवाज उठाई जा चुकी है पर स्थिति आज भी जस की तस है।हालात लगातार बिगड़ते जा रहे है पर सुध नही ली जा रही।ग्राम प्रधान ने कहा की खंड शिक्षा अधिकारी को पत्र भेज मामले की जानकारी दे दी गई है। बावजूद कोई सुध नही ली जा रही।दो टूक कहा की समय रहते खतरा टालने को ठोस कदम नही उठाए गए तो फिर ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन शुरु किया जाऐगा।