= सीएचसी सुयालबाडी़ में पहुंच रहे टाइफाइड से ग्रसित ग्रामीण
= चिकित्सकों का दावा दूषित पानी पीने से ग्रामीण हो रहे ग्रसित
= गांवों में ध्वस्त हैं पेयजल योजनाएं

*(((विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा की रिपोर्ट

मूसलाधार बारिश के बाद ध्वस्त हुई पेयजल योजनाओं के दुरुस्त ना हो पाने से लोग नदी नालों व प्राकृतिक स्रोतो का पानी पी रहे हैं जो अब उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। सीएचसी सुयालबाडी़ में रोजाना दस से ज्यादा ग्रामीण टाइफाइड रोग से ग्रसित पहुंच रहे हैं। सीएचसी की चिकित्सक के अनुसार दूषित पानी पीने से लोग टाइफाइड की जद में आ रहे हैं।

बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश ने खूब तबाही मचाई। कई योजनाएं ध्वस्त हो गई। पेयजल योजनाओं के ध्वस्त होने से ग्रामीण नदी, नालों व प्राकृतिक जल स्रोतों का पानी पीने को मजबूर हो चुके हैं जो अब उनके स्वास्थ्य पर भारी पड़ने लगा है। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुयालबाडी़ में आसपास के छिनी, मर्नसा, चांफा, कफलाड़, बसगांव समेत तमाम गांवो से रोजाना दस से ज्यादा महिला, पुरुष व बच्चे टाइफाइड रोग से ग्रसित होकर उपचार के लिए सीएचसी सुयालबाडी़ पहुंच रहे हैं जहां उनका उपचार किया जा रहा है। सीएचसी की चिकित्सक डा. स्वेच्छा बलोदी के अनुसार दूषित पानी पीने से गांवोत्रके वासिंदे टाइफाइड से ग्रसित हो रहे हैं। जिससे बुखार, सर्दी के साथ ही कमजोरी के लक्षण पाए जा रहे हैं। डा. स्वेच्छा बलोदी ने गांवों के लोगों से साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने के साथ ही पानी को उबालकर पीने का आह्वान किया है।