= 14 हेक्टेयर भूमि में स्थापित होगी नर्सरी व बागान
= अंतिम चरण में पहुंची कवायद राजस्व कर्मियों ने की नाप जोख
= गांव के लोगो को रोजगार भी मिलेगा
(((विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा/दलिप नेगी की रिपोर्ट)))
रामगढ़ ब्लॉक के गागर में करीब चौंदह हेक्टेयर भूमि में चाय नर्सरी स्थापित होगी इसके लिए तस्वीर साफ हो गई है। बकायदा राजस्व विभाग ने भूमि की नाप जोख की कार्रवाई पूरी कर ली है। नर्सरी स्थापित होने के बाद पंद्रह से ज्यादा स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा।
रामगढ़ ब्लॉक के गागर में उद्यान विभाग की करीब 15 हेक्टेयर भूमि बंजर हालत में थी। उत्तराखंड चाय विकास बोर्ड ने भूमि में चाय नर्सरी स्थापित करने की कवायद शुरु की।उद्यान विभाग से पत्राचार भी किया गया। चाय विकास बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष गोविंद पिलख्वाल ने भूमि का मौका मुआयना भी किया। विभागीय अधिकारियों को कार्रवाई में तेजी लाने के निर्देश दिए। उद्यान विभाग ने भी भूमि हस्तांतरित करने की कार्रवाई शुरू की। वहीं चाय विकास बोर्ड ने भी कगजी कार्रवाई तेज की। बीते माह आई आपदा से प्रगति थम गई। आपदा निपटने के बाद एक बार फिर चाय विकास बोर्ड ने कदम आगे बढ़ाएं। सोमवार को राजस्व उपनिरीक्षक अर्जुन नेगी व जगदीश आर्या ने चाय विकास बोर्ड व उद्यान विभाग के कर्मचारियों संग भूमि की नाप जोख कर नक्शा तैयार किया। रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जाएगी। चाय विकास बोर्ड श्यामखेत (घोड़ाखाल) के प्रबंधक नवीन पांडे के अनुसार करीब 14 हेक्टेयर भूमि में नर्सरी स्थापित करने की कवायद शुरू कर दी गई है। प्रबंधक के अनुसार नर्सरी के साथ ही कुछ समय बाद बागान भी विकसित किया जाएगा। नर्सरी व बागान स्थापित होने के बाद स्थानीय लोगों को रोजगार भी उपलब्ध होगा।