◾ खाली बर्तनों के साथ जल संस्थान के खिलाफ जताया रोष
◾ अस्पताल में साफ सफाई को एक किमी दूर से पानी ढोना बनी मजबूरी
◾ अस्पताल में मरीज, विद्यालय में विद्यार्थियों को भी पानी नहीं हो रहा नसीब

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

पेयजल व्यवस्था चरमराने से सीएचसी गरमपानी में व्यवस्थाएं प्रभावित हो गई है। समीपवर्ती प्राथमिक विद्यालय के नौनिहाल भी बूंद बूंद पानी को तरस गए हैं। पेयजल आपूर्ति ठप होने से अस्पताल कर्मियों को एक किमी दूर से पानी ढोना मजबूरी बन चुका है। बूंद बूंद पानी को तरस रहे कर्मियों व मरीजों के स्वजनों ने अस्पताल गेट पर खाली बर्तनों के साथ जल संस्थान के खिलाफ नाराजगी जताई।आरोप लगाया की जल संस्थान लापरवाही पर आमदा है।
कोसी घाटी क्षेत्र में पेयजल संकट अब भारी पड़ने लगा है। बाजार के लोगों के साथ ही अस्पताल, विद्यालय, पर्यटक आवास गृह में व्यवस्थाएं प्रभावित हो गई है। सोमवार को अस्पताल कर्मियों, मरीजों के स्वजनों के साथ ही क्षेत्र के लोगों का पारा चढ़ गया। खाली बर्तनों के साथ जल संस्थान के खिलाफ नाराजगी जताई।आरोप लगाया की संकट बढ़ने से अस्पताल में साफ सफाई व पीने के पानी को एक किमी दूर से व्यवस्था करना मजबूरी बन चुका है। दिन भर अस्पताल में डूयूटी के बाद कर्मचारियों को पीने के पानी को भी पसीना बहाना पड़ रहा है। कई बार सूचना देने के बावजूद जल संस्थान लापरवाही पर आमदा है जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। अस्पताल के समीप स्थित प्राथमिक विद्यालय में अध्ययनरत नौनिहालों को बूंद बूंद पानी को तरसना पड़ रहा है। बावजूद जल संस्थान सुध नहीं ले रहा। व्यापारियों ने दो टूक चेतावनी दी की यदि जल्द पेयजल व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई तो जल संस्थान के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा। इस दौरान पूरन सिंह बिष्ट, मदन मोहन कैडा़, किरन बिष्ट, पुष्पा गैडा़, सूरज मेहता, गिरीश चंद्र, रेखा चिलवाल, हरदयाल सिंह, हेमा बिष्ट, मनोहरी परिहार, मनीष कुमार आदि मौजूद रहे।