◾सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के आदेश तो जारी पर गांव में सड़कों पर बड़ी-बड़ी झाड़ियों का कब्जा
◾ तमाम ग्रामीण सड़कें एक वर्ष से बदहाल
◾ गांवो के लोग जान जोखिम में डाल आवाजाही को है मजबूर
◾लाखों रुपये खर्च होने के बावजूद गांव की सड़कों की हालत बद से बदतर

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

पर्वतीय क्षेत्रों के गांवों को जोड़ने वाली ग्रामीण सड़कों की हालत दयनीय हो चुकी है। कई मोटर मार्गो के दोनों और उगी बड़ी-बड़ी झाड़ियां विभागीय लापरवाही की हकीकत बयां कर रही है। बीते एक वर्ष से जगह जगह ध्वस्त मोटर मार्ग की हालत धाकड़ सीएम पुष्कर सिंह धामी की धमक फीकी कर दे रही है। गांव के लोग कई बार मोटर मार्गो को दुरुस्त करने की मांग भी उठा चुके हैं बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही।
प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी दौरे के दौरान अफसरों को जल्द से जल्द सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के आदेश दिए हैं पर ग्रामीण सड़कें बीते एक वर्ष से कराह रही हैं। मरम्मत के अभाव में बद से बदतर हालत में पहुंच चुकी है। कई जगह मोटर मार्गो का हिस्सा ध्वस्त पड़ा है। बावजूद कोई सुध लेवा नहीं है। सड़को को गड्ढा मुक्त करने के लिए किए जा रहे पैच वर्क गुणवत्ताविहीन कार्यों के चलते दम तोड़ते जा रहे हैं। बेतालघाट ब्लॉक के शहीद बलवंत सिंह भुजान – वर्धो मोटर मार्ग, रातीघाट – बेतालघाट, बेतालघाट – रामनगर,रातीघाट – जाख – बुधलाकोट, हली – हरतपा – नथुआखान, लोहाली – चमड़ियां, बजेडी़ – सीम, डोलकोट – सिमराड़ समेत तमाम गांवों को जोड़ने वाली सड़कें मरम्मत के इंतजार में है। गांव के लोग बदहाल हालत में पहुंच चुकी सड़कों पर मजबूरी में आवाजाही कर रहे हैं। कभी भी बड़ा हादसा सामने आने का अंदेशा बना हुआ है। बावजूद विभागीय अफसरों की कुंभकरणीय नींद नहीं टूट रही।