= कैंची क्षेत्र में भूधंसाव से हाईवे का हिस्सा शिप्रा नदी में समाया
= लोडर मशीन की मदद से तैयार किया गया अस्थाई रास्ता
= कड़ाके की ठंड में जाम में फंसने से परेशान रहे यात्री

(((हरीश चंद्र की रिपोर्ट)))

कुमाऊं की लाइफ लाइन पर संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा। लगातार बारिश के बाद कैंची क्षेत्र में हाईवे का एक हिस्सा शिप्रा नदी में समा गया। खतरा बढ़ने से आवाजाही ठप हो गई। यात्री वाहन जहां तहां फंसे रहे। बमुश्किल लोडर मशीन से पहाड़ी काट खतरे के बीच आवाजाही सुचारू हुई। कड़ाके की ठंड में यात्री परेशान रहे।


बीते अक्टूबर में हुई मूसलाधार बारिश के बाद से कुमाऊं की लाइफ लाइन पर हालात बिगड़ चुके हैं। सोमवार मध्य रात्रि तीन बजे के आसपास कैंची धाम क्षेत्र के समीप हाईवे का एक हिस्सा भूधंसाव की जद में आ गया। नतीजतन हाईवे का एक हिस्सा शिप्रा नदी में समा गया। हल्द्वानी से रसद लेकर पहाड़ जा रहा एक ट्रक हाईवे के बीचो बीच फंस गया जिस कारण हाईवे पर आवाजाही ठप हो गई सूचना पर चौकी प्रभारी गुलाब सिंह कंबोज तथा राजेंद्र गोस्वामी मौके पर पहुंचे। क्रेन की मदद से बमुश्किल ट्रक को आगे बढ़ाया जा सका। सूचना एनएच के अधिकारियों को भी दी गई। पुलिस टीम ने एक-एक कर छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू करवाई पर बड़े वाहन नहीं निकाले जा सके। एनएच की लोडर मशीन से थुआ की पहाड़ी को काट अस्थाई मार्ग बनाने का कार्य शुरू किया। उधर पुलिस ने तराई से पहाड़ तथा पहाड़ से तराई जा रहे वाहनों का रूट डायवर्ट किया। भवाली से वाहन वाया रामगढ़ होते हुए भवाली तथा क्वारब से वाया रामगढ़ होते हुए भवाली भेजे गए। मंगलवार को करीब एक बजे बमुश्किल पहाड़ी काट अस्थाई रास्ता तैयार किया जा सका तब जाकर बामुश्किल हाईवे पर आवाजाही सुचारू हुई। बड़े वाहनों को निकालने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।