◾ विभागीय अनदेखी से शुरु हुआ बजट ठिकाने लगाने का कार्य
◾सड़क किनारे बिखरे पत्थरों के चूरे से ही भरे जा रहे गड्ढे
◾ कार्यों में हिलाहवाली से ग्रामीणों में नाराजगी
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
मुख्यमंत्री के आदेश के बाद गांवों की सड़कों को गड्ढे मुक्त करने का कार्य तेज हो गया है। सरकार से लाखों रुपये का बजट भी स्वीकृत हो चुका है पर मनमाने ढंग से किए जा रहे कार्यों से बजट ठिकाने लगाने का कार्य भी तेज हो गया है। रातीघाट – बेतालघाट मोटर मार्ग इसका जीता जागता उदाहरण बन चुका है। कच्चे व मानक से उलट पत्थर बिछाकर पेंचवर्क का कार्य किया जा रहा है जिससे ग्रामीण में गहरी नाराजगी है।
प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने सड़कों को गड्ढे मुक्त करने को विभागों को दिशा निर्देश दे समुचित बजट भी उपलब्ध कराया है। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे से बेतालघाट ब्लॉक मुख्यालय समेत तमाम गांवों गांवों को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण रातीघाट बेतालघाट मोटर मार्ग पर भी लाखों रुपये की लागत से पेंचवर्क कार्य शुरु किया गया है पर महत्वपूर्ण मोटर मार्ग को गड्ढे मुक्त करने में गुणवत्ता की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। ग्रामीणों का आरोप है की मानक से उलट सड़क किनारे बिखरे छोटे बडे़ पत्थर व पत्थरों का चूरा गड्ढे में भर पेंचवर्क कर दिया जा रहा है जिससे पेंचवर्क उखड़ने की संभावना बढ़ती ही जा रही है। कांग्रेसी नेता कृपाल सिंह मेहरा ने इसे बजट ठिकाने लगाने का जरिया करार दिया है। कहा की गुणवत्ता विहीन कार्य कर सरकारी बजट की बर्बादी की जा रही है जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दो टूक चेतावनी दी है की यदि मनमानी की गई तो फिर ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन शुरु कर दिया जाएगा।