= स्टेट हाईवे पर कनवाडी़ की पहाड़ी से गिरताऊ हालत में पहुंचा विशालकाय बोल्डर
= लोग कई बार उठा चुके आवाज
= कभी भी सामने आ सकता है बड़ा हादसा
(((सुनील मेहरा/महेंद्र कनवाल/पंकज भट्ट की रिपोर्ट)))
पर्वतीय क्षेत्रों में लोगों की जिंदगी से खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है। ग्रामीण सड़कें बदहाल हालत में पहुंच चुकी हैं ग्रामीण जान जोखिम में डाल आवाजाही को मजबूर है तो वहीं रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे पर कनवाड़ी की पहाड़ी पर खतरनाक हालत में पहुंचा बोल्डर बड़े हादसे की ओर इशारा कर रहा है। बावजूद विभागीय अधिकारी लापरवाह बने हुए।
रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे से तमाम पर्वतीय क्षेत्रों को आवाजाही होती है। यही नहीं रानीखेत स्थित कुमाऊँ रेजिमेंटल सेंटर के अधिकारी व जवान भी आवाजाही में इसी हाईवे का इस्तेमाल करते हैं पर्यटक भी अच्छी खासी तादाद में पर्वतीय क्षेत्रों को जाने के लिए इसी स्टेट हाईवे को पंसद करते हैं पर कनवाडी़ की पहाड़ी पर लटक रहा खतरा विभागीय अधिकारियों को दिखाई ही नहीं दे रहा। बीते एक माह से बोल्डर के चारों ओर लगातार दरारे गहराती जा रही हैं। कभी भी बड़ा हादसा सामने आ सकता है पर विभागीय अधिकारियों को कोई लेना देना नहीं है।बड़े नेता भी इसी हाईवे से आवाजाही करते हैं बावजूद कोई सुध लेवा नहीं है। क्षेत्रवासियों के अनुसार कई बार आवाज उठाई जा चुकी है पर सुनवाई नही हो रही। आरोप लगाया है कि विभाग किसी बड़े हादसे के इंतजार में है। व्यापारी नेता महिपाल सिंह बिष्ट, गजेंद्र नेगी, वीरेंद्र सिंह बिष्ट, पूरन लाल साह, आनंद नेगी, सुनील मेहरा आदि लोगों ने तत्काल खतरनाक स्थिति में पहुंच चुके बोल्डर का निस्तारण किए जाने की मांग की है ताकि खतरा टाला जा सके।