= रतौड़ा क्षेत्र में रोकी बड़े वाहनों की आवाजाही ं
= कई बार आवाज उठाए जाने केl बावजूद सुनवाई ना होने का लगाया आरोप
= दो टूक चेतावनी हीलाहवाली की गई तो होगा उग्र आंदोलन
(((हरीश कुमार/पंकज भट्ट/हरीश चंद्र की रिपोर्ट)))
मोटर मार्ग पर उड़ रही धूल से ग्रामीणों का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। रतौडा गांव के बाशिंदों ने वाहनों की आवाजाही रोक रोष जताया। आरोप लगाया कि सड़क पर पानी का छिड़काव ना होने से भारी भरकम वाहनों की आवाजाही से उठ रही धूल से जीना मुहाल हो चुका है। दो टूक चेतावनी दी कि यदि मनमानी की गई तो फिर उग्र आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।
कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद मोटर मार्ग पर पानी का छिड़काव ना होने से परेशान रतौड़ा क्षेत्र के लोगों का पारा चढ़ गया। सोमवार को रतौडा़ स्थित खेल मैदान के समीप मोटर मार्ग पर बीचो-बीच बैरिकेड लगा वाहनों की रफ्तार रोक दी। आरोप लगाया कि उड़ रही धूल से तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बीमारी होने का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। कई बार मोटर मार्ग पर पानी का छिड़काव किए जाने की मांग उठाई जा चुकी है पर कोई सुनवाई ही नहीं हो रही। धड़ल्ले से भारी भरकम वाहन मोटर मार्ग पर दौड़ रहे हैं। करीब घंटे भर बाद टैंकरों से पानी का छिड़काव किए जाने के बाद ग्रामीणों का पारा कम हुआ हालांकि दो टूक चेतावनी दी कि यदि हीलाहवाली की गई तो फिर उग्र आंदोलन की रणनीति तैयार कर दी जाएगी।