◼️ना शौचालय ना पर्यावरण मित्र की तैनाती
◼️जिला पंचायत को व्यापारी देते हैं प्रतिवर्ष कर
◼️उपेक्षा से आहत व्यापारियों ने किया आंदोलन का ऐलान
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
विभागों के हाल भी अजब-गजब है। एक ओर स्वच्छता अभियान में करोड़ों खर्च किया जा रहा है वहीं नगरों, कस्बों को खुले में शौच से मुक्त के दावे किए जा रहे हैं पर अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित छडा़, सुयालबाड़ी, सुयालखेत, नैनीपुल आदि बाजार में दावे खोखले साबित हो रहे हैं। बाजार में ना शौचालय है और ना ही साफ सफाई करने वाले पर्यावरण मित्र की तैनाती।
हाईवे पर स्थित छडा़, सुयालबाडी़ व सुयालखेत,नैनीपुल, क्वारब, खीनापानी बाजार में विभागीय दावे खोखले साबित हो रहे हैं। जिला पंचायत नैनीताल व्यापारियों से प्रतिवर्ष कर के रुप में बीस हजार रुपये से ज्यादा की वसूली की जाती है पर सुविधाओं के नाम पर बाजार क्षेत्र को कुछ भी नहीं मिलता। व्यापारियों का आरोप है कि कई बार बाजार क्षेत्र में पर्यावरण मित्र की तैनाती किए जाने की मांग उठाई जा चुकी है पर कोई सुनवाई नहीं होती मजबूरी में व्यापारियों को खुद ही बाजार की साफ सफाई करनी पड़ती है। बाजार क्षेत्र में एक मात्र शौचालय तक की व्यवस्था नहीं है जिससे आसपास के गांवों से बाजार पहुंचने वाले लोग व व्यापारी खुले में शौच करने को मजबूर हैं। कई बार मांग उठाई जाने के बावजूद अधिकारी मुंह फेर ले रहे हैं। बाजार क्षेत्र में कई बार बड़े-बड़े नेता व अधिकारियों का दौरा भी होता है समस्या के समाधान को व्यापारी गुहार भी लगा चुके हैं पर कोई सुनवाई नहीं होती। वरिष्ठ व्यवसायी कुबेर जीना का कहना है कि व्यवस्थाओं के लिए वह कई बार जिला मुख्यालय नैनीताल के चक्कर भी लगा चुके हैं पर हमेशा उपेक्षा की जा रही है। दो टूक चेतावनी दी कि यदि जल्द ही व्यवस्थाएं नहीं सुधारी गई तो बाजार क्षेत्र के व्यापारियों को साथ लेकर आंदोलन शुरु कर दिया जाएगा।
छडा़ बाजार भी सुविधा विहीन
सुयालबाडी व सुयालखेत बाजार ही नहीं बल्कि हाईवे पर छढ़ा बाजार भी उपेक्षा से आहत है। व्यापारियों को सुविधा ही नही मिल रही है जबकि प्रतिवर्ष जिला पंचायत को कर दिया जाता है। स्थानीय व्यापारी नंदन सिंह, महेंद्र सिंह, कुंदन सिंह, विक्रम सिंह, हीरा सिंह, वीरेंद्र सिंह आदि ने बाजार क्षेत्र में पर्यावरण मित्र की तैनाती व शौचालय निर्माण की मांग उठाई है।