◾ कई बार अधिकारियों के आगे गुहार लगाने के बावजूद नहीं हो रही सुनवाई
◾महज आश्वासन मिल रहे मकान नहीं
◾क्षेत्रवासियों ने गरीब परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिए जाने की उठाई मांग
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

बेतालघाट ब्लॉक के उल्गौर गांव में बेहद गरीब परिवार जीर्ण-शीर्ण हालत में पहुंच चुके मकान में रहने को मजबूर हैं। बामुश्किल तिरपाल लगा गरीब परिवार दिन काटने को मजबूर हैं। मकान के क्षतिग्रस्त हालत में होने से कभी भी बडा़ हादसा सामने आ सकता है। कई बार अधिकारियों के आगे गुहार लगाने के बावजूद कोई सुध लेवा नहीं है।
केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जरुरतमंदों को आवास उपलब्ध कराने के लाख दावे किए जाते है पर उल्गौर गांव निवासी श्रमिक धीरेन्द्र रावत को आज तक योजना का लाभ ही नहीं मिल सका। उपेक्षा व अनदेखी से धीरेन्द्र पिछले दस वर्षों से अपने परिवार के छह सदस्यों के साथ जीर्ण-शीर्ण हालत में पहुंच चुके मकान में रहने को मजबूर हैं। बरसात में बारिश का पानी घर के अंदर तक पहुंच जाता है। धीरेन्द्र के अनुसार कई बार आवास उपलब्ध कराए जाने की मांग उठाई जा चुकी है। कई अधिकारियों को जानकारी दिए जाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही। ऐसे में बदहाल हालत में पहुंच चुके मकान में रहना मजबूरी बन चुका है। क्षेत्रवासियों ने सरकार से धीरेन्द्र को प्रधानमंत्री आवासीय योजना का लाभ दिए जाने की मांग उठाई है।