= दुर्घटना का खतरा हुआ दोगुना
= एनएच प्रशासन की कार्यशैली पर लोगों में रोष
= प्रशासन से की कार्यवाही की मांग
(((ब्यूरो चीफ विरेंद्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर एनएच प्रशासन के हाल भी अजब-गजब है। पहले ही अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे बदहाली से जूझ रहा है अब हाईवे पर आपदा का मलबा बिछाकर हालात और बिगाड़ दिए गए हैं। दुर्घटना का खतरा दोगुना हो चुका है। लोगों में एनएच प्रशासन की कार्यशैली पर गहरा रोष व्याप्त है।
भवाली से क्वारब तक एनएच जगह-जगह खस्ताहाल हो चुका है। लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जगह-जगह गड्ढे होने से दुर्घटनाएं हो रही हैं। वाहनों में भी तकनीकी खराबी आ रही है। गड्ढों को पाटने के लिए एनएच प्रशासन ने नायाब तरीका ढूंढ निकाला है। आपदा में पहाड़ी से गिरे मलबे को लोडर मशीन की मदद से उठाकर हाईवे पर गड्डे पाटने को बिछा दिया गया है। बड़े-बड़े पत्थर बिछाए जाने से दुर्घटना का खतरा खतरा दोगुना हो चुका है। लोहाली के समीप हाईवे पर डाले गए मलबे व पत्थर वाहन में टकरा रहे हैं। एनएच प्रशासन की कार्यशैली पर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं। आवाजाही करने वाले लोगों ने गहरा रोष जताया है। गजेंद्र नेगी, मदन मोहन सुयाल, भैरव नैनवाल, गोधन सिंह, विक्रम सिंह बिष्ट, कृपाल सिंह आदि लोगों ने प्रशासन से मामले में कार्यवाही किए जाने की मांग उठाई है। कहा है कि मलबा बिछाकर दुर्घटना का खतरा बढ़ा दिया गया है। लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों से हाईवे का निरीक्षण किए जाने की मांग की है। साथ ही मलबा हटाकर हाईवे पर डामरीकरण करवाए जाने की पुरजोर मांग दोहराई है।