◾ विशेषज्ञ के न होने से दूर दराज रुख करना बना मजबूरी
◾ दो सीएचसी, कई स्वास्थ्य उपकेंद्र पर महिला मरीजों के लिए नहीं विशेषज्ञ की तैनाती
◾ स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर उठे रहे गंभीर सवाल
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लाख दावे किए जाएं पर धरातल में दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं। बेतालघाट ब्लॉक में दो सीएचसी तथा कई स्वास्थ्य उपकेंद्र होने के बावजूद एक भी स्त्री रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं है जिस कारण महिला मरीजों को बेहतर उपचार के लिए दूर दराज रुख करना पड़ता है।
सरकार तथा स्वास्थ्य विभाग गांव के अंतिम छोर पर खडे़ व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने तथा बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिलाने के खूब ढोल पीटे पर हकीकत में दावे खोखले नजर आते हैं। गांवों से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की उम्मीद में महिलाएं अस्पताल को रुख करती है पर स्त्री रोग विशेषज्ञ ने होने से अल्मोड़ा, हल्द्वानी, रानीखेत, रामनगर, काशीपुर आदि शहरों को रुख करना मजबूरी बन चुका है। जिसमें काफी समय व पैसे की भी बर्बादी होती है। कई बार सीएचसी गरमपानी व बेतालघाट में स्त्री रोग विशेषज्ञ की तैनाती की मांग उठाई जा चुकी है पर जिम्मेदारो के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही जिसका खामियाजा गांवों के वासिदों को उठाना पड़ रहा है। क्षेत्रवासियों ने स्त्री रोग विशेषज्ञ की तैनाती की एक बार फिर मांग दोहराई है।