= खस्ताहाल पिलर दे रहे दुर्घटनाओं को दावत
= खूंट काकडीघाट मोटर मार्ग पर सिरौता नदी पर बना पुल पर मंडरा रहा खतरा
(((महेंद्र कनवाल/कुबेर सिंह जीना)))
अल्मोड़ा भवाली राजमार्ग से तमाम गांवों को जोड़ने वाले काकडीघाट खूंट मोटर मार्ग पर सिरौता नदी पर बना वर्षों पुराना पुल बदहाल होता जा रहा है। बावजूद कोई सुध लेवा नहीं है। क्षेत्रवासियों ने पुल की सुरक्षा को ठोस कदम उठाए जाने की मांग की है।
राष्ट्रीय राजमार्ग से खान, डूंगरा, मंडोली, देहुली, सिमोली समेत तमाम गांवों को जोड़ने के लिए वर्षों पूर्व करोड़ों रुपये की लागत से पुल का निर्माण किया गया। विभागीय अनदेखी व समय की मार से पुल अब बदहाल हालत में पहुंचता जा रहा है जिस कारण दुर्घटना का खतरा भी बढ़ चुका है। गांवों के लोग इसी पुल से उपज भी हाईवे तक पहुंचाते हैं। रात को भी इसी मार्ग से आवाजाही होती है पर पुल के जर्जर हालत में पहुंचने से बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। पुल का रैंप भी खस्ताहाल हो चुका है वहीं पुल के दोनों छोर पर लगे पिलर भी जवाब देने लगे हैं जिससे खतरा कई गुना बढ़ चुका है। ग्रामीणों का आरोप है कि इस मार्ग से कई विभागीय अधिकारी व बड़े नेता भी आवाजाही करते हैं पर पुल की दुर्दशा की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा। ग्रामीणों ने पुल की मरम्मत की पुरजोर मांग उठाई है। चेताया की यदि उपेक्षा की गई तो गांव के लोग राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरना प्रदर्शन को विवश हो जाऐंगे।