◼️ खाते में पैसे भेजने का हवाला दे लिया झांसे में
◼️जान पहचान होने की बात कर जीता भरोसा
◼️अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर मर्नसा क्षेत्र का मामला
(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
पुलिस साइबर अपराध को रोकने को रोजाना अभियान चला रही है बावजूद साइबर अपराधी नए नए तौर-तरीकों से ठगी कर पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित मर्नसा क्षेत्र के व्यापारी के भाई के खाते से दस हजार रुपये उड़ा दिए गए। व्यवसायी ने पुलिस को सूचना दे मामले में कार्रवाई की मांग उठाई है।
साइबर अपराधी नए नए ढंग से लोगो से ठगी कर रहे है। हैरत तो यह है की साइबर अपराध में लिप्त लोगो के पास पूरी जानकारी उपलब्ध रहती है। हाईवे पर स्थित मर्नसा गांव में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। बाजार में रैस्टोरैंट संचालक देवेन्द्र सिंह जीना को किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर उसके खाते में कुछ पैसे भेजने की बात कही। रैस्टोरैंट संचालक को नाम से पुकार आसपास की सभी जानकरी दे विश्वास में ले लिया। खाते में पैसे डालकर शाम को रैस्टोरैंट में आकर पैसे लेन की बात कही। रैस्टोरैंट संचालक ने फोन में दिक्कत आने की बात कही तो अज्ञात व्यक्ति दूसरे व्यक्ति का नंबर दे उसके खाते में 16 हजार भेजने तथा एक हजार रुपये उसे ही देने का भरोसा दिया तथा अपनी मजबूरी बताई। देवेंद्र ने मदद के इरादे से फोन करने वाले व्यक्ति को अपने भाई राजेंद्र का नंबर दे दिया। शातिर व्यक्ति ने राजेंद्र के गरमपानी स्थित एसबीआई के खाते में एक रुपया हस्तांतरित किया दूसरे ही पल राजेंद्र के खाते से दस हजार रुपये उड़ा दिऐ। खाते से एकाएक रुपए निकलने से राजेंद्र के होश उड़ गए उसने अपने भाई को सूचना दी। दोबारा उस नंबर पर फोन नहीं मिल सका। परेशान देवेन्द्र ने पुलिस को सूचना दे मामले का खुलासा किए जाने की मांग उठाई है। देवेंद्र के अनुसार कुछ दिन पहले उसने पेटीएम लगाने के लिए अपनी सारी जानकारी पेटीएम लगाने वाले युवाओं से भी साझा की थी।