= उद्यान विभाग की मार्केटिंग बोर्ड के साथ मिलकर होगा निजी कंपनी से करार
= प्रचार प्रसार, गुणवत्ता,पैकिंग आदि पर होगा फोकस
(((विशेष संवाददाता की स्पेशल रिपोर्ट)))
उत्तराखंड चाय विकास बोर्ड ने चाय की बिक्री बढ़ाने को कवायद तेज कर दी है। इसके लिए बकायदा उद्यान विभाग की मार्केटिंग बोर्ड के साथ मिलकर एक विशेष एजेंसी को इसकी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। प्रचार प्रसार के साथ ही चाय की बिक्री बढ़ाने में कार्य करेगी। पांच वर्ष का रोड मैप भी तैयार होगा। शासन स्तर पर इसकी तैयारी अंतिम चरण में पहुंच गई है।
पिछले दो वर्षों से कोरोना संकट के चलते कई कारोबार बुरी तरह चरमरा गए। उत्तराखंड चाय विकास बोर्ड की भी बिक्री काफी प्रभावित हुई। बिर्कि चालीस फ़ीसदी से भी कम हो गई। अब बिक्री बढ़ाने, गुणवत्ता बेहतर करने, पैकिंग के साथ की चाय से होने वाले लाभ के प्रचार प्रसार को चाय विकास बोर्ड ने कदम बढ़ा दिए हैं। इसके तहत उद्यान विभाग की मार्केटिंग बोर्ड के साथ तैयारी साझा की जाएगी। बकायदा एक निजी कंपनी के साथ करार कर उसे जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। कंपनी पांच वर्ष का रोड मैप तैयार कर बिक्री बढ़ाने में चाय विकास बोर्ड की मदद करेगी। विभागीय कर्मचारियों के अनुसार कोरोना संकट से पूर्व 60 फ़ीसदी बिक्री का लक्ष्य रखा गया था पर एकाएक कोरोना संकट के चलते बिक्री चालीस फीसद से भी नीचे आ गई। अब एक बार फिर बिक्री बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है इसी के मद्देनजर उद्यान विभाग की मार्केटिंग बोर्ड के साथ मिलकर निजी कंपनी से करार किया जाएगा। बताया कि मामला शासन स्तर पर है जिसे जल्द हरी झंडी मिलने की उम्मीद है।
चाय विकास बोर्ड के वित्त अधिकारी अनिल खोलिया ने बताया की उद्यान विभाग की मार्केटिंग बोर्ड के साथ में निजी कंपनी से करार करने की तैयारी की जा रही है। निजी कंपनी प्रचार प्रसार, चाय की गुणवत्ता पैकिंग तथा बिक्री बढ़ाने में मदद करेगी। मामला शासन स्तर पर है। जल्द हरी झंडी मिलने की उम्मीद है।