हालात बिगड़ने पर कर रहे अस्पताल की ओर रुख
उपचार का समय निकलने के बाद बिगड़ रही स्थिति
गरमपानी : चिकित्सकों के बगैर राय मशवरे के मेडिकल स्टोर से दवा लेकर उपचार करने वाले लोगों पर बीमारियां हावी हो रही है। उपचार के प्राथमिक चरण का समय गंवा देने के बाद ग्रामीण अस्पताल पहुंच रहे हैं लेकिन तब तक देर हो जा रही है जिससे संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ जा रहा है। सीएचसी गरमपानी में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ ने इसे बच्चो के लिए भी खतरे की घंटी करार दिया है।
कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है पर कुछ लोग इसे हल्के में ले मेडिकल स्टोर से दवा ले रहे है। जब कोई विशेष फायदा नहीं दिख रहा तब विशेषज्ञ चिकित्सकों की ओर रुख कर रहे हैं मगर तब तक काफी देर हो जा रही है और संक्रमण कई गुना बढ़ जा रहा है संक्रमितो की संख्या लगातार बढ़ रही है पर इसे लोग साधारण खांसी बुखार समझ बिना विशेषज्ञ चिकित्सकों को दिखाएं बगैर ही दवा ले रहे हैं। मेडिकल स्टोर से एंटीबायोटिक दवा लेकर राहत की उम्मीद लगाई जा रही है पर जो नाकाफी साबित हो रही है हालात बिगड़ने के बाद मरीज अस्पताल की ओर रुख कर रहे हैं लेकिन तब तक काफी देर हो जा रही है उपचार का ठीक समय निकल जा रहा है और स्थिति बिगड़ने के बाद मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं।
परिजनों की लापरवाही नौनिहालों पर भारी
सही समय पर जांच ना कराने व जांच रिपोर्ट का इंतजार करने के समय भी आइसोलेशन पर ना रहना मरीजों व उसके बच्चों के लिए परेशानी बन रहा है। बाल रोग विशेषज्ञ के अनुसार परिजनों की नासमझी से बच्चों में भी संक्रमण का खतरा बढ़ने की आशंका है। वर्तमान में कुल चार बच्चों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है जिन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। बाल रोग विशेषज्ञ ने साफ कहा है कि तीसरी लहर का इंतजार ना कर पहले से ही नौनिहालों को सुरक्षित करने के उपाय करने होंगे
विशेषज्ञ चिकित्सकों को दिखाएं बगैर गांवों के लोग मेडिकल स्टोर से दवा ले रहे हैं जो नाकाफी साबित हो रही है। ऐसे में प्रथम चरण के उपचार का समय निकल जा रहा है दूसरे चरण में स्थिति खतरनाक हो जा रही है। ग्रामीणों को विशेषज्ञ चिकित्सकों को दिखाकर ही दवाइयां लेनी चाहिए। तीसरी लहर का इंतजार ना कर पहले से ही अलर्ट मोड पर रहना होगा।
डा. साक्षी, बाल रोग विशेषज्ञ, सीएचसी, गरमपानी