= मानव जनित आपदा को दिया जा रहा न्योता
= मुनाफे के फेर में आसपास के बिल्डर ग्रामीण सड़कों से सटी पहाड़ी पर करा रहे खदान
= जिम्मेदार कुंभकरणीय नींद में
(((महेन्द्र कनवाल/दलिप सिंह नेगी/पंकज नेगी की रिपोर्ट)))
ग्रामीण क्षेत्रों में पत्थर तस्कर सक्रिय हो गए हैं। ग्रामीण सड़कों से सटी पहाड़ी पर धड़ल्ले से अवैध खदान कर पहाड़ी का सीना पत्थर निकाले जा रहे हैं। बावजूद कोई सुध लेवा नहीं है। पत्थर निकाले जाने वाले स्थानों से भविष्य में भूस्खलन का खतरा भी बढ़ गया है।
डोलकोट – सिमराड़ मोटर मार्ग पत्थर तस्कर के लिए ऐशगाह बन गया है। धड़ल्ले से रात्रि के वक्त डंपरो में पत्थर भर जहां तक भेजे जा रहे हैं। पहाड़ी में खदान कर पत्थर निकाल भविष्य में मानव जनित आपदा की तैयारी भी की जा रही है। बावजूद जिम्मेदार आंखें मूंदे बैठे हैं। जगह-जगह लगे पत्थरों के ढेर अवैध पत्थर तस्करी की हकीकत बयां कर रहे हैं। जगह जगह पत्थर निकाले जाने से मोटर मार्ग पर भी खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों ने पत्थर तस्करी में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई है। आरोप लगाया है कि गांव में बिल्डर मुनाफे के फेर में जहां तक धड़ल्ले से खदान करवा रहे हैं जिससे भविष्य में बड़ी घटना सामने आ सकती है। लोगों ने मामले में कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग भी उठाई है।