= पीने के पानी तक मोहताज धारी गांव के वासिंदे
= दूरदराज से पानी ढोने को मजबूर ग्रामीण
= व्यवस्था में सुधार की मांग

(((पंकज भट्ट/भीम बिष्ट/हरीश चंद्र/पंकज नेगी की रिपोर्ट)))

बेतालघाट ब्लाक के धारी गांव के वासिंदे बूंदबूंद पानी को तरस गए है।खेतो में सिंचाई को पानी तो दूर की बात हलक तर करने तक के लिए ग्रामीण दूरदराज से पानी की व्यवस्था करने में जुटे हुए है। पानी के संकट से परेशान ग्रामीणो का सब्र भी जवाब देने लगा है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि जल्द समस्या का समाधान नही किया गया तो फिर आंदोलन शुरु किया जाऐगा।
धारी गांव के वाशिंदे पिछले चार माह से भी अधिक समय से बूंदबूंद पानी को परेशान है पीने तक को पानी के लिए दूरदराज रुख करना पड़ रहा है। वहीं खेती-बाड़ी भी प्रभावित हो चुकी है। पहले ही आपदा ने किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया और पानी ना होने से टमाटर, गोभी, शिमला मिर्च आदि की बुवाई प्रभावित होने के कगार पर पहुंच चुकी है। सब्जी उत्पादक धारी गांव में सब्जियों की बंपर पैदावार होती है पर इस वर्ष पानी का संकट होने के चलते खेती-बाड़ी चौपट है ग्रामीण कई बार पानी की व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग उठा चुके हैं पर कोई सुनवाई नहीं हो पा रही। खेती-बाड़ी तो दूर पीने के पानी तक के लिए लोग परेशान हैं। स्थानीय पंकज भट्ट, हरीश कुमार, नंदन सिंह, कुबेर सिंह आदि लोगों ने तत्काल पेयजल व्यवस्था के साथ ही सिंचाई को पानी की व्यवस्था दुरुस्त करने की पुरजोर मांग उठाई है।