= हाईवे पर दोपांखी क्षेत्र में हालात विकट
= अक्टूबर में महीने भर ठप रही थी आवाजाही
=बरसात में फिर खड़ी हो सकती है मुश्किले
= एनएच ने डाल रखे हैं हथियार पहाड़ी काटने के अलावा नहीं है कोई विकल्प

(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर आवाजाही खतरनाक हो चुकी है। दोपांखी क्षेत्र में भूधंसाव की जद में आ चुके हाईवे पर एक बार फिर परेशानी खड़ी हो सकती है। हालात बिगड़े तो पहाड़ से भाबर का संपर्क भंग हो सकता है। एनएच के अधिकारी महज प्रस्ताव भेजने की बात कह इतिश्री कर रहे हैं। भूधंसाव होने पर पहाड़ी काट कर ही आवाजाही लायक रास्ता बनाए जाने का दम भर रहे हैं।

हाईवे पर जगह-जगह भूस्खलन होने व क्षतिग्रस्त होने से आवाजाही बड़ी मुसीबत बन चुकी है। दोपांखी क्षेत्र में हालात विकट है। बीते वर्ष अक्टूबर में हुई मूसलाधार बारिश से उफान पर आई शिप्रा नदी ने हाईवे के करीब चार सौ मीटर हिस्से को ध्वस्त कर डाला वहीं पहाड़ी से हुए भूस्खलन से भी भारी नुकसान पहुंचा। करीब महीने भर तक आवाजाही ठप रही। एनएच प्रशासन ने बामुश्किल थुआ की पहाड़ी को काट वनवे आवाजाही सुचारू की। आठ महीने बाद भी हालात जस के तस हैं। अब बरसात नजदीक होने पर हालात बिगड़ने की आशंका है। भारी बारिश हुई तो एनएच के भूधंसाव की जद में आने व पहाड़ी से भूस्खलन होने का खतरा है। आठ माह बाद भी ठोस उपाय ना किए जाने से लोगों में नाराजगी है। एनएच के सहायक अभियंता जीके पांडे के अनुसार बजट न मिलने से कार्य नहीं हो सका। यदि बरसात में हालात बिगड़े तो पहाड़ी को काटकर ही रास्ते पर आवाजाही कराना विकल्प है।