◾ पड़ोसी अल्मोड़ा जनपद में 23 मामलों का खुलासा होने के बाद खड़े हो रहे गंभीर सवाल
◾रामगढ़ व बेतालघाट ब्लॉक में भी सक्रिय हैं भूमाफिया व बिल्डर
◾ खरीदी गई जमीनों का उद्देश्य बदलने का भी अंदेशा

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

पर्वतीय क्षेत्रों में भूमाफियाओं का दखल बढ़ता ही जा रहा है। पहाड़ के लोगों के साथ ही प्रशासन को धोखे में रखने का खेल धड़ल्ले से जारी है। समीपवर्ती अल्मोड़ा जनपद में कृर्षि व बागवानी के नाम पर नियमों को ताक पर रख जमीन खरीद बडे़ बडे़ रिर्जाट व होटल बनाने के मामलों का खुलासा हुआ है। चर्चा है की यदि जांच होती है तो बेतालघाट तथा रामगढ़ ब्लॉक में तमाम ऐसे मामले सामने आ सकते हैं। जिसमें भूमाफियाओं ने बाहरी बिल्डरों को लाभ पहुंचाने के लिए नियमों की धज्जियां उड़ाई।
पहाड़ों में नाप जमीन की आड़ में सरकारी व धन भूमि कब्जाने का मामला तो जोर पकड़ ही रहा है। अब भूमाफिया बाहरी बिल्डरों के साथ सांठगांठ कर शासन प्रशासन की आंखों में खुलेआम धूंल झोक रहे हैं। कृर्षि भूमि के नाम पर जमीन खरीदने के बाद उसका उद्देश्य बदल उस पर बडे़ बडे़ रिर्जाट व होटल संचालित करने का खेल जोरों पर है। पड़ोसी अल्मोड़ा जनपद में ही ऐसे 24 मामलो का खुलासा हुआ है। जिसमें भूमाफियाओं ने बिल्डरों से हाथ मिला पहले गांव की भोली-भाली जनता को ठगा। कृषि व बागवानी के नाम पर जमीन खरीदी और बाद में शासन प्रशासन को भी धोखे में रख खरीदी गई जमीन का उद्देश्य ही बदल डाला। पड़ोसी अल्मोड़ा जनपद में हुए खुलासे के बाद अब रामगढ़ व बेतालघाट ब्लॉक में भी बिल्डरों के सक्रिय होने तथा बड़े-बड़े होटल व रिर्जाट से गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। चर्चा है कि यदि रामगढ़ व बेतालघाट ब्लॉक में भी जांच शुरु होती है तो निश्चित रूप से बड़ी मामले सामने आ सकते हैं।