◼️ नदियों में चुगान पर रोक लगने के बाद अब गांवों को किया तस्करों ने रुख
◼️पहाड़ी का सीना चीर निकाले जा रहे पत्थर, मानव जनित आपदा की तैयारी
◼️ कार्रवाई ना होने पर ग्रामीणों ने उठाए गंभीर सवाल
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
नदियों से उपखनिज चुगान पर रोक लगने के बाद अब तस्करों ने गांवों को रुख कर लिया है। पहाड़ियों का सीना चीर धड़ल्ले से पत्थर निकाल तस्करी की जा रही है। पुलिस प्रशासन को खुलेआम चुनौती दे रहे तस्कर मनमानी पर आमादा है। पहाड़ी खदान कर निकाले जा रहे पत्थरों से कमजोर हो रही पहाड़ियों से भविष्य में भूस्खलन होने का खतरा कई गुना बढ़ चुका है।
धारी – रूपसिंह धूरा मोटर मार्ग में धड़ल्ले से पत्थर तस्करी का मामला सामने आने के बाद अब बेतालघाट के डोलकोट – सिमराड मोटर मार्ग पर धड़ल्ले से पत्थर तस्करी तेज हो गई है। जजूला के समीप बरसाती नाले से भी पत्थर तस्कर धड़ल्ले से पत्थर तस्करी को अंजाम दे रहे हैं। दिनदहाड़े पत्थर तस्करी में लिप्त तस्कर पुलिस प्रशासन को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं। ऐसा लगता है मानो पुलिस प्रशासन का भय ही खत्म हो चुका हो। ग्रामीणों का आरोप है कि यदि घर के कार्य के लिए पत्थर निकाला जाता है तो तत्काल कार्रवाई कर दी जाती है जबकि तस्कर धड़ल्ले से डंपर में पत्थर लाद जहां तहां ले जा रहे हैं बावजूद पुलिस प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा। ग्रामीणों ने मिलीभगत का बड़ा आरोप लगाया है। वही मामले में कार्रवाई ना होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है।