= स्थानीय उत्पादो को भी मिल रहा बाजार
= हाईवे पर फूड वैन के जरिए युवा कमा रहे आजिविका
= भवाली से खैरना तक स्वरोजगार से जुडे़ युवा
(((ब्यूरो चीफ विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))
अल्मोडा़ भवाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर बेरोजगार युवा फूड वैन से अपनी आर्थिकी सुधार रहे हैं। भवाली से खैरना तक करीब आधा दर्जन से ज्यादा बेरोजगार युवा फूड वैन के जरिए रोजगार से जुड़े हुए हैं। वहीं गांवों के उत्पाद भी बेचे जा रहे हैं जिनसे बेरोजगार युवाओं की आय बेहतर हो रही है। स्थानीय व्यंजन भी पर्पटक खूब पसंद कर रहे हैं।
हाईवे पर भवाली से खैरना तक जगह-जगह फूड वैन के जरिए स्थानीय व्यंजनों को बेहतर बाजार उपलब्ध हो रहा है। स्थानीय गडेरी, माल्टा, नींबू, गेठी, अखरोट आदि की भी बिक्री हो रही है वही फूड वैन में युवा पहाड़ी व्यंजन भी पर्यटकों को परोस रहे हैं जो पर्यटकों को खूब भा रहे हैं। हाईवे का पर करीब आधा दर्जन से ज्यादा फूड वैन के जरिए बेहतर रोजगार से जुड़ रहे युवा स्वरोजगार से जुड़ खुश हैं। वहीं स्थानीय उत्पादों की भी बिक्री होने से आसपास के गांवो के काश्तकारों को उपज का बेहतर दाम भी मिल रहा है। हाईवे पर निगलाट,भवाली गांव, तल्ला व मल्ला कैची, पाडली, रातीघाट, दोपांखी आदि क्षेत्रों में युवा फूड वैन से अपनी आर्थिकी सुधारने में जुटे हुए हैं। फूड वैन के जरिए रोजगार कर रहे युवाओं के अनुसार पहले वह दूरदराज के शहरों में निजी कंपनियों में कार्यरत थे पर कोरोना पिछले दो वर्षों में कोरोना संकट के चलते उन्हें घर की ओर रुख करना पड़ा। फूड वैन का आईडिया बेहतर कार्य कर गया और अब घर के समीप ही रोजगार से जुड़ परिवार का भरण पोषण करने में मदद मिल रही है।