= लाखों खर्च होने के बावजूद आज भी सड़क गांव से आठ सौ मीटर दूर
= आक्रोशित ग्रामीणों ने किया आंदोलन का ऐलान
(((कुबेर सिंह जीना की रिपोर्ट)))
ग्रामीण सड़कें बजट ठिकाने लगाने का जरिया बन चुकी है। भारी-भरकम लागत से सड़क निर्माण किया जा रहा है पर ग्रामीणों को इसका लाभ ही नहीं मिल रहा। ऐसे में ग्रामीणों का पारा चढ़ते जा रहा है। सिरसा गांव के बाशिंदों ने अब जल्द सड़क निर्माण पूरा न होने पर आंदोलन का ऐलान कर दिया है।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर नैनीपुल क्षेत्र से सिरसा गांव तक सड़क सुविधा का लाभ पहुंचाने के लिए वर्ष 2015 में लगभग 69 लाख रुपये की भारी-भरकम लागत से महज 1.75 किमी रोड निर्माण की स्वीकृति मिली पर विभागीय अनदेखी व कार्यों में लापरवाही से अब पांच बरस बीत जाने के बावजूद ग्रामीणों को सड़क सुविधा का लाभ नहीं मिल सका है। सड़क आज भी गांव से आठ सौ मीटर दूर है। जिससे ग्रामीणों को सड़क का आज तक कोई लाभ नहीं मिला। पांच वर्षों में एक भी वाहन गांव तक नहीं पहुंच सका है। गलत ढंग से किए गए सड़क निर्माण से और भी संकट बढ़ गया है। कई जगह भूस्खलन से खतरा मुंह उठाए खड़ा है। स्थानीय आनंद सिंह, चंदन सिंह, नारायण सिंह, कुंदन सिंह जीना, बची सिंह, गिरीश लाल, सुरेश लाल आदि लोगों ने विभाग पर मिलीभगत का आरोप लगाया है। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि जल्द मोटर मार्ग का निर्माण कर आवाजाही शुरू नहीं करवाई गई तो ग्रामीण सड़क पर उतर आंदोलन शुरू करेंगे।