= गांवो में विकास के दावों की खुल रही पोल
= गांवों तक पहुंचने वाले मोटर मार्ग पर झाड़ियां कर रही स्वागत
= दुर्घटना का खतरा हुआ दोगुना
(((विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))
रातीघाट बेतालघाट मोटर मार्ग से डोलकोट गांव से सिमराड़ समेत तमाम गांवों को जोड़ने वाला मोटर मार्ग बदहाली का दंश झेल रहा है। बड़ी बड़ी झाड़ियां दुर्घटना को दावत दे रही है। जंगली जानवरों का भय भी बना हुआ है बावजूद कोई सुध लेवा नहीं है।
ग्रामीण सड़कों की खुलकर उपेक्षा की जा रही है। कहीं गड्ढे मुसीबत का सबब बन गए हैं तो कहीं बड़ी बड़ी झाड़ियां आफत बन चुकी है। मोटर मार्ग संकरी गली में तब्दील हो चुके हैं। मोटर मार्ग के दोनों और झाड़ियां दुर्घटना को दावत दे रही हैं। डोलकोट से सिमराड़ समेत तमाम गांवों को जोड़ने वाला मोटर मार्ग बदहाली का दंश झेल रहा है। विभागीय लापरवाही का आलम यह है कि बड़ी-बड़ी झाड़ियों से मोटर मार्ग पट चुका है पर कोई सुध लेवा नहीं है। ग्रामीणों ने विभागीय उपेक्षा पर रोष जताया है। चेताया कि यदि जल्द मोटर मार्ग दुरुस्त नहीं किया गया तो फिर आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।