= गड्ढे, झाड़ियां, घास यही है ग्रामीण सड़कों के हाल
= जान हथेली पर रख आवाजाही को मजबूर है ग्रामीण
= काकडी़घाट द्वारसौ मोटर मार्ग बदहाल
=सुनियाकोट मटीला मार्ग पर भी जान जोखिम में

(((महेंद्र कनवाल/कुबेर सिंह जीना/मनीष कर्नाटक की रिपोर्ट)))

अल्मोड़ा भवाली राष्ट्रीय राजमार्ग से तमाम गांवों को जोड़ने वाले काकडी़घाट द्वारसौ मोटर मार्ग बदहाली पर आंसू बहा रहा है। बड़ी बड़ी झाड़ियां दुर्घटना को दावत दे रही हैं। वहीं गड्ढे हादसों का सबब बने हुए हैं बावजूद कोई सुध लेवा नहीं है। सुनियाकोट मटीला मार्ग पर भी ग्रामीण जान जोखिम में डाल आवाजाही कर रहे हैं। सोमेश्वर विधानसभा से कैबिनेट मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में आने वाली दोनों सड़कें बदहाली पर आंसू बहा रही है।
काकड़ीघाट द्वारसो मोटर मार्ग पर कांडा, खान, डूंगरा, अल्मियाकांडा, जाला, चनैल, चौना, गाडी़, शिवाली, कालनू, दियोली, डूंगरी, सिमौली, उरौली समेत तमाम गांवो के लोग आवाजाही करते हैं। बावजूद सड़क की हालत बद से बदतर हो चुकी हैं सड़क के दोनों ओर उगी बड़ी बड़ी झाड़ियां दुर्घटना को दावत दे रही है। कई स्थानों पर सड़क के बीचो बीच भी घास जम चुकी है पर विभागीय अधिकारियों को कोई लेना देना नहीं है। जगह-जगह गड्ढो में रपट कर कई बाइक सवार चोटिल हो चुके हैं। बारिश में खतरा दोगुना बढ़ जा रहा है। गांवों के लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। संबंधित विभाग आंखें मूंदे बैठा है। ग्रामीणो का आरोप है की कई बार मोटर मार्ग को दुरुस्त किए जाने की आवाज उठाई जा चुकी है पर विभागीय अधिकारी कुंभकरणीय की नींद में है। जिससे दुर्घटना का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। सुनियाकोट मटीला मार्ग पर भी कदम कदम पर गड्ढे दुर्घटना की ओर इशारा कर रहे हैं। ग्रामीणों ने दो टूक चेतावनी दी है कि यदि जल्द मोटर मार्ग दुरुस्त नहीं किया गया तो फिर राजमार्ग पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा।