= गरमपानी से खैरना तक कदम कदम पर गंदगी का अंबार
= आखिर क्यों हो रही बाजार क्षेत्र की उपेक्षा बड़ा सवाल
= गंदगी निस्तारण की ठोस व्यवस्था ना होने से क्षेत्रवासी परेशान
= आगामी चुनाव में बन सकता है बड़ा मुद्दा

(((विरेन्द्र बिष्ट/कैलाश बुधलाकोटी/सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))

गरमपानी खैरना बाजार क्षेत्र यू तो तमाम गांवों के मध्य में स्थित है पर क्षेत्र लगातार उपेक्षित हो रहा है। गंदगी निस्तारण तक के लिए ठोस व्यवस्था नहीं हो रही। नीति निर्माता चुप्पी साधे बैठे हैं सत्ता पक्ष हो या विपक्ष इस मुद्दे पर सभी चुप है। रह रह कर सवाल उठ रहा है कि आखिरकार क्षेत्र में गंदगी निस्तारण के लिए कदम क्यों नहीं उठाए जा रहे। आखिर क्यों क्षेत्र के लोगों को लगातार बीमारी के मुंह में धकेला जा रहा है।

गरमपानी बाजार

यहां गंदगी निस्तारण की व्यवस्था ना होने से बाजार के समीप ही गंदगी का ढेर लगा हुआ है। आवाजाही कर रहे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। गंदगी से उठ रही दुर्गंध से लोग परेशान हैं पर कोई सुध लेवा नहीं। कई बार आवाज उठाई जा चुकी है पर कोई सुनवाई नहीं हो रही।

पेट्रोल पंप

पेट्रोल पंप के समीप गंदगी का अंबार है। गंदगी निस्तारण की व्यवस्था न होने से क्षेत्रवासी पेट्रोल पंप के समीप ही गंदगी डाल रहे हैं। आवाजाही करने वाले लोग परेशान हैं। टचिंग ग्राउंड निर्माण ना होने से व्यवस्था बदहाल है।

स्टेट बैक के समीप

स्टेट बैंक के आसपास भी गंदगी खूब बजबजा रही है। बारिश होने पर हालात बिगड़ रहे है। बरसाती पानी के साथ ही गंदगी लोगों की दुकानों व घरों में घुस जाती है बावजूद व्यवस्था में सुधार को कोई कदम नहीं उठाए जा रहे।

टैक्सी स्टैंड

खैरना चौराहा के समीप टैक्सी स्टैंड गंदगी का स्टैंड बन गया है। गंदगी किसी को भी बीमारी की चपेट में ले सकती है। समीप ही लगे हैंड पंप से यात्री पानी भी पी रहे हैं पर जिम्मेदार आंखें मूंदे बैठे हैं।