= ढाई करोड़ रुपये की योजना अस्तित्व में आने के बावजूद हाहाकार
= बदहाल व्यवस्था से चढ़ने लगा लोगो का पारा
= एई बोले – जल्द पेयजल आपूर्ति होगी दुरुस्त

((( दलिप नेगी/मनोज पडलिया/भीम बिष्ट की रिपोर्ट)))

बेतालघाट क्षेत्र में पेयजल संकट सिर चढ़कर बोल रहा है कड़ाके की ठंड में भी लोग दूर-दराज से पानी ढोने को मजबूर हैं ये हालात तब हैं जब क्षेत्र के लिए ढाई करोड़ रुपये से पंपिंग पेयजल योजना का शुभारंभ हो चुका है क्षेत्रवासियों ने तत्काल पेयजल व्यवस्था दुरुस्त न होने पर आंदोलन की चेतावनी दे दी है।
बेतालघाट क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति दुरुस्त करने को बीते दिनों ढाई करोड़ रुपये की लागत से पेयजल पंपिंग योजना का निर्माण हो चुका है। शुभारंभ भी कर दिया गया। कुछ दिन पेयजल आपूर्ति सुचारू होने के बाद अब आपूर्ति पटरी से उतर गई है।पिछले दस दिनो से सैकड़ों परिवारों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। सुबह शाम कड़ाके की ठंड में भी हलक तर करने को जद्दोजहद करनी पड़ रही है। स्थानीय लोग कई बार लोग पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग उठा चुके हैं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। स्थानीय लोगों ने संबंधित विभाग पर उपेक्षा का आरोप लगाया है। स्थानीय अतुल भंडारी, कृपाल बोहरा, पूरन बोहरा, गुड्डू वर्मा, दीपक जलाल, रवि पढलानी, पान सिंह, राजू पंत, दलीप बोहरा, भगत सिह, दलिप भंडारी, मान सिंह जलाल आदि ने तत्काल पेयजल आपूर्ति दुरुस्त किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि उपेक्षा की गई तो फिर सड़क पर उतर आंदोलन शुरू किया जाएगा। इधर जल संस्थान के सहायक अभियंता दलीप सिंह बिष्ट ने दावा किया है कि विभागीय कर्मी आपूर्ति सुचारू करने में जुटे हुए हैं जल्द ही पेयजल आपूर्ति सुचारु कर दी जाएगी।