= जल्द व्यवस्था में सुधार न होने पर आंदोलन का ऐलान
= दूरदराज से पानी ढोना बनी मजबूरी
(((सुनील मेहरा/महेंद्र कनवाल की रिपोर्ट)))
रानीखेत खैरना स्टेट हाइवे से सटे बलियाली गांव में पेयजल व्यवस्था चरमरा जाने से ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मजबूरी में ग्रामीण दूरदराज से पानी ढोने को मजबूर है। ग्रामीणों ने तत्काल व्यवस्था दुरुस्त किए जाने की मांग उठाई है।
बलियाली गांव में करीब तीस से ज्यादा परिवार बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। ग्रामीणों को पेयजल आपूर्ति को बनी योजना से पानी नहीं मिल पा रहा। ऐसे में दिक्कतें बढ़ती ही जा रही है। ग्रामीणों को दूरदराज स्थित प्राकृतिक जल स्रोतों से पानी ढोना मजबूरी बन चुका है। मवेशियों को भी कई किलोमीटर दूर ले जाकर उनकी प्यास बुझाई जाती है। ग्रामीणों के अनुसार पेयजल संकट बढ़ता ही जा रहा है जिससे लगातार दिक्कतें भी बढ़ रही हैं। स्थानीय शेखर चंद तिवारी, चंद शेखर तिवारी, ललित मोहन, गोपाल दत्त, हरीश चंद्र तिवारी, तारा दत्त, सतीश जोशी, मदन मोहन जोशी, ललित जोशी, जगत सिंह राणा आदि लोगों ने तत्काल पेयजल व्यवस्था दुरुस्त किए जाने की मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि जल्द व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो फिर सड़क पर उतर आंदोलन शुरू किया जाएगा।