◾ धूराफाट संघर्ष समिति अध्यक्ष ने किया ऐलान
◾गांवों में पेयजल संकट से परेशान हैं तमाम गांवों के वासिंदे
◾ जल निगम रामनगर व जल संस्थान नैनीताल के अधिकारियों पर उपेक्षा का आरोप
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
गांवों में पेयजल संकट सिर चढ़कर बोल रहा है। बावजूद जल संस्थान सुध लेने को तैयार नहीं है। ताड़ीखेत व बेतालघाट ब्लाक से सटे गांवों में पेयजल आपूर्ति चरमराने से ग्रामीणों में गहरा रोष व्याप्त है। धूराफाट संघर्ष समिति अध्यक्ष ने जल्द गांवों में पेयजल आपूर्ति दुरुस्त न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। जल संस्थान नैनीताल तथा जल निगम रामनगर के अधिकारियों पर गांवों की उपेक्षा किए जाने का आरोप भी लगाया है।
बेतालघाट व ताड़ीखेत ब्लॉक से सटे तमाम गांव के वाशिंदे पानी की बूंद बूंद को तरस रहे हैं। पेयजल संकट से गांवों में हाहाकार मचा हुआ है बावजूद विभागीय अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं। समीपवर्ती बलियाली, हिडा़म, चापड़, बयेड़ी समेत तमाम गांवों में दो सप्ताह से भी अधिक समय से पेयजल संकट बना हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांवो को बनी पेयजल योजना के पुनर्निर्माण के लिए बजट खर्च होने के बावजूद गांवों के लोगों को समुचित पानी उपलब्ध नहीं हो रहा।पूर्व में ग्रामीणों ने धूराफट संघर्ष समिति के अध्यक्ष पूरन चंद पांडे के अगुवाई में लोधियाखान क्षेत्र में कई दिनों तक धरना प्रदर्शन किया। आमरण अनशन करने के बाद विभागीय अधिकारियों ने योजना को दुरुस्त करने का आश्वासन दिया। बजट भी खर्च हुआ पर पेयजल आपूर्ति दुरुस्त नहीं हो सकी है। धूराफाट संघर्ष समिति के अध्यक्ष पूरन पांडे ने जल निगम रामनगर तथा जल संस्थान नैनीताल के अधिकारियों पर गांव की उपेक्षा का खुला आरोप लगाया है। कहा कि कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद ग्रामीणों को समुचित पेयजल उपलब्ध नहीं हो रहा। चेतावनी दी है कि यदि जल्द पेयजल व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई तो फिर एक बार फिर गांवों के लोगों को साथ लेकर लोधियाखान क्षेत्र में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।