= तीन घंटे तक चला रेस्क्यू अभियान
= चार युवाओं ने बचाई गोवंशीय पशु की जिंदगी
= जंगली जानवर के हमले से बचने को चट्टान पर पहुंच गया बेजुबान
(((कुबेर जीना/अंकित सुयाल/मनीष कर्नाटक की रिपोर्ट)))
चार दिन से चट्टान पर फंसे गोवंशीय पशु को सुरक्षित निकाल युवाओ ने मानवता की मिशाल पेश की है। तीन घंटे तक चलाए गए अभियान के बाद गोवंशीय पशु को खडी़ चट्टान से सुरक्षित कोसी नदी में उतारा गया। बेजुबान को सुरक्षित निकालने के युवाओं ने भी राहत की सांस ली।
अल्मोडा हल्द्वानी हाईवे पर कोसी नदी के तट पर स्थित कर्कटेश्वर मंदिर के समीप नदी पार बीते चार दिनो से एक गोवंशीय पशु खडी़ चट्टान में फंस गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जंगली जानवर के हमले से बचने को गोवंशीय पशु ने चट्टान की ओर रुख किया। जंगली जानवर के हमले से तो बच गया पर चट्टान में ऐसी जगह फंस गया जहां से उतरना नामुमकिन हो गया। हाईवे पर लोग आवाजाही करते रहे पर चट्टान में फंसे बेजुबान. की सुध किसी ने नही ली। आखिरकार मर्नसा गांव के चार युवा आगे आए।नदी से करीब डेढ़ सौ मीटर की ऊंचाई पर खडी़ चट्टान पर फंसे बेजुबान को निकालने का अभियान शुरु किया गया। करीब तीन घंटे की कडी़ मशक्कत के बाद बामुश्किल बेजुबान गोवंशीय. पशु को सुरक्षित नदी.तक उतारा जा सका। चार दिन से फंसे पशु को चारा तथा पानी दिया गया। सुरक्षित नदी पार तक लाया गया तब जाकर युवाओ ने भी राहत की सांस ली। अभियान में मर्नसा गांव के प्रधान प्रतिनिधि विनोद सिंह जीना, विजय सिंह,राजेश जीना, राजेंद्र सिजवाली आदि रहे।