= खस्ताहाल सड़क पर बढ़ता ही जा रहा दुर्घटना का खतरा
= परेशान युवाओं ने विरोध का खोजा अनूठा रास्ता
(((सुनील मेहरा/हरीश चंद्र/पंकज नेगी की रिपोर्ट)))
रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे से तमाम गांवों को जोड़ने वाले मार्ग की बदहाली तथा छह माह से ध्वस्त हुई सड़क तथा सुरक्षात्मक कार्यों की सुध न लेने पर क्षेत्र के युवाओं ने विरोध का अनूठा तरीका निकाल विभाग को चेताया। ध्वस्त हुई सड़क तथा हवा में लटक रहे क्रेश बैरियर के समीप अगरबत्ती जला तिलांजलि दी गई। विभाग पर गांवों की उपेक्षा किए जाने का आरोप भी लगाया। दो टूक चेतावनी दी कि यदि जल्द सड़क दुरुस्त नहीं की गई तो आंदोलन शुरू किया जाएगा।
रानीखेत खैरना मार्ग हाईवे से तिपोला, टूनाकोट, मंडलकोट, हल्द्वीयानी, बगवान, लछीना, मनारी आदि तमाम गांवों को जोड़ने के लिए वर्षो पूर्व मोटर मार्ग का निर्माण किया गया। बीते वर्ष 2018-19 में करोडो़ रुपये की लागत से मोटर मार्ग में डामरीकरण तथा सुरक्षात्मक कार्य व जगह जगह कलमठ निर्माण किया गया पर गुणवत्ता विहीन कार्यों के चलते अब मार्ग दम तोड़ने लगा है। जगह-जगह मोटर मार्ग खस्ताहालत में है। तिपोला के समीप बीते छह माह से ध्वस्त हुई सड़क की सुध नहीं ली जा रही। क्रश बैरियर हवा में लटके पड़े हैं जिससे दुर्घटना का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। मंगलवार को क्षेत्र के युवाओं ने ध्वस्त सड़क व क्रेश बैरियर के समीप अगरबत्ती रोप तिलांजलि दे दी। युवाओं ने कहा कि विभाग गांवों की उपेक्षा पर आमादा है। ग्रामीणों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। जल्द मोटर मार्ग दुरुस्त ना करने पर आंदोलन की चेतावनी दी। इस दौरान पंकज नेगी, बलवंत सिंह, गोविंद सिंह, पूरन सिंह, बालम सिंह, मोहन सिंह, पान सिंह आदि रहे।