🔳दो वर्ष पूर्व संचालित हमारी कन्या हमारा अभिमान योजना का नहीं मिला लाभ
🔳सभी शर्तें पूरी करने के बावजूद नहीं हो रहा इंतजार पूरा
🔳सीडीपीओ ने किया जल्द लाभान्वित किए जाने का दावा
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

योजनाओं का नाम तो खूब बदले जा रहे हैं पर बदलते नाम के बीच लाभार्थी फंस जा रहे हैं। नंदा देवी कन्या योजना के नाम से शुरु हुई योजना का नाम हमारी कन्या हमारा अभिमान होने के बावजूद पिछले दो वर्षो से बेतालघाट ब्लॉक के लगभग 586 लाभार्थियों को इसका लाभ नहीं मिल सका है। हालांकि अब योजना का फिर बदलकर नंदा गौरा योजना हो गया है। बावजूद बेटियां लाभान्वित नहीं हो सकी है। सीडीपीओ अनिता सक्सेना के अनुसार सभी 586 लाभार्थियों को लाभान्वित करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। बजट मिलते ही लाभ दिया जाएगा।
सरकारें योजनाएं तो खूब बना रही है पर सही ढंग से क्रियान्वयन न होने व समुचित बजट न मिलने से लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा। पहाड़ में हालात और विकट है। पहाड़ चढ़ते चढ़ते ही योजनाएं हांफ जा रही है। कुछ ऐसी ही हकीकत बयां कर रही पूर्व में संचालित हमारी बेटी हमारा अभिमान योजना। सरकार ने नंदा देवी कन्या योजना को नए स्वरुप में हमारी कन्या हमारा अभिमान नाम से लागू किया। बाकायदा योजना की धनराशि में भी बढ़ोतरी कर दी गई।योजना के तहत कन्या शिशु के जन्म के समय पांच हजार रुपये का चैक तथा दस हजार रुपये की एफडी दिए जाने का प्रावधान रखा गया। योजना के तहत बेतालघाट ब्लॉक क्षेत्र में करीब 586 लोगों ने बेटी के जन्म पर योजना के लिए आवेदन किया पर अब लगभग दो वर्ष बीत जाने के बावजूद आज तक योजना का लाभ नहीं मिल सका है अब एक बार फिर योजना का नाम व स्वरुप भी बदल डाला गया है। योजना अब नंदा गौरा योजना के नाम से संचालित है। योजना का लाभ न मिलने पर तमाम गंभीर सवाल भी खड़े हो रहे हैं। सीडीपीओ अनीता सक्सेना के अनुसार सभी 586 लाभार्थियों को जल्द लाभान्वित कर दिया जाएगा प्रक्रिया अंतिम चरण में है।