= मेहरागांव स्थित राशन गोदाम से आने वाले राशन में बोरे में ही कम मिल रही मात्रा
= 50 किलो के बोरे में दो से तीन किलो राशन कम होने से उठ रहे तमाम सवाल
= जिला पूर्ति अधिकारी बोले – कोटेदार तोल के ले जाए राशन

(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

एक ओर अपात्रों के राशन कार्ड निरस्त कर गरीबों के हक का राशन दिलाने की कवायद जोर शोर से चल रही है वहीं दूसरी ओर सुदूर गांवों में पहुंचने वाले राशन के कट्टों में ही राशन कम मात्रा में आ रहा है जिससे विभागीय कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं हालांकि जिला पूर्ति अधिकारी ने मेहरा गांव स्थित राशन गोदाम से कोटेधारकों को तोलकर ही राशन ले जाने के निर्देश दिए हैं। जिला पूर्ति अधिकारी के अनुसार प्रत्येक दुकानदार तोल कर राशन ले जाए ताकि कम मात्रा में राशन मिलने की गुंजाइश खत्म हो सके।
सरकार ने गरीबों के हक पर डाका डालने वालों के खिलाफ तेजी से अभियान शुरू किया है अपात्र लोगों के राशन कार्ड निरस्त किए जा रहे हैं ताकि गरीबों को उनके हक का राशन मिल सके पर सुदूर गांवों में हालात उलट है। यहां कोटेधारकों को ही राशन पूरा नही मिल रहा है।दबी जबान कोटेदार राशन न मिलने से परेशान है। मेहरागांव (भीमताल) स्थित गोदाम से 50 किलो राशन के कट्टे में गांव पहुंचने पर महक 46 – 47 किलो ही राशन पाया जा रहा है। ऐसी स्थिति कई बार सामने आ रही है जिससे कोटेदार परेशान हैं। ऐसे में कोटेधारकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है साथ ही राशन धारकों को भी पूरा राशन नहीं मिल पा रहा मजबूरी में उपभोक्ताओं के हिस्से में कटौती करना मजबूरी बन चुका है। राशन के 50 किलो के कट्टे में कम राशन गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। आरोप है कि बोरे भी फटे हुए मिल रहे हैं। जिला पूर्ति अधिकारी मनोज बर्मन के अनुसार कोटेधारकों को राशन गोदाम से तोल कर राशन ले जाना चाहिए। तोल कर ही राशन दिए जाने के निर्देश दिए जाएंगे। कहा कि जल्द ही दुकानों का निरीक्षण भी होगा।