= कई नर्सरियां भी चढ़ गई आपदा की भेंट
= बागबानो को हुआ भारी नुकसान
= उचित मुआवजा दिए जाने की उठी मांग

(((पंकज भट्ट/कुबेर जीना/हरीश कुमार/हरीश चंद्र की रिपोर्ट)))

मूसलाधार बारिश से उफान पर आए बरसाती नालो तथा जगह-जगह भूस्खलन से खेत की खेत रोखड़ में तब्दील हो गए। बेतालघाट ब्लॉक के धारी गांव में आडू व माल्टा की नर्सरियों को भी खासा नुकसान हुआ। माल्टा व आडू के कई पौधे जमींदोज हो गए। ग्रामीणों ने किसानों को मुआवजा दिए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।

बेतालघाट ब्लॉक के धारी व उल्गौर गांव में आडू व माल्टा की बंपर पैदावार होती है। फल उत्पादक बेल्ट में विभिन्न प्रजाति के आडू व माल्टा बडी़ मंडियों तक भेजे जाते थे साथ ही यहां की नर्सरियो से पौधे कई अन्य गांवों के काश्तकारों भी ले जाते हैं पर बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश से उफान पर आए नाले व भूस्खलन से कई नर्सरियां जमीनदोंज हो गई। किसानों की आय का एकमात्र जरिया छिन जाने से भविष्य में रोजगार का भी संकट खड़ा हो गया है। गांव के फल उत्पादक व नर्सरी स्वामियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। पितांबर भट्ट, मनोज भट्ट, महेश भट्ट, पूरन चंद भट्ट समेत तमाम फल उत्पादक किसानों व नर्सरी स्वामियों को भारी नुकसान हुआ है। ग्रामीणों ने तत्काल नुकसान का मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई है।