= 25 लाख रुपये रुपए की लागत से दो किमी में किया जाना डामरीकरण
= अवर अभियंता बोले एक दिन पूर्व ही काम ना करने की दी गई थी हिदायत
(((विरेन्द्र बिष्ट/पंकज भट्ट/हरीश चंद्र की रिपोर्ट)))
काकड़ीघाट समेत दर्जनों गांवों को जोड़ने वाले मोटर मार्ग पर बारिश में ही डामरीकरण कर दिया जा रहा है। जबकि विभागीय अधिकारी ने दावा किया है कि मौसम को देख एक दिन पूर्व ही कार्य ना करने की हिदायत दी गई थी।बावजूद काम शुरू किया गया। मामले में कार्यवाही की बात कही।
तमाम गांवों को जोड़ने वाले काकडी़घाट द्वारसौ मोटर मार्ग पर काकडी़घाट बाजार से दो किलोमीटर तक करीब 25 लाख रुपये की भारीभरकम धनराशि से डामरीकरण किया जाना है। लंबे समय से स्थानीय लोग डामरीकरण की मांग उठा रहे थे आखिरकार डामरीकरण की स्वीकृति मिल गई। पर लाखों रुपये की लागत से किए जा रहे डामरीकरण के कार्य में लापरवाही पर लोगों ने रोष जताया। कार्य जल्दी निपटाने के फेर में बारिश में ही डामरीकरण शुरू कर दिया गया। जिससे लोगों में रोष व्याप्त है। रविवार को बारिश के दौरान भी डामरीकरण कार्य चलता रहा। जिससे विभागीय कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए। सूचना विभागीय अधिकारियों को दी गई तब बारिश में किया जा रहा डामरीकरण का कार्य रोक दिया गया। लोगों ने कहा कि लंबे समय बाद डामरीकरण किया जा रहा है ऐसे में यदि बारिश में डामरीकरण किया गया तो जल्द ही क्षतिग्रस्त होने की आशंका है। लोगों ने गुणवत्ता युक्त डामरीकरण किए जाने की मांग उठाई। इधर लोनिवि प्रांतीय खंड के अवर अभियंता सुरेंद्र सिंह मेहरा के अनुसार मौसम को देख एक दिन पूर्व ही डामरीकरण ना करने के निर्देश दिए गए थे। कहा कि यदि डामरीकरण किया जा रहा है तो उसे रुकवाया जाएगा।