= भूस्खलन से आवाजाही ठप होने से ग्रामीण परेशान
= खैराड़ अमगडी़ के समीप लगातार दरक रही पहाड़ी
= काश्तकारों की उपज भी गांव में फंसी
(((दलिप सिंह नेगी/सुनील मेहरा/हरीश कुमार की रिपोर्ट)))
बेतालघाट से तमाम गांवों को जोड़ने वाले ओखलढूंगा – डॉनपरेवा – रामनगर मोटर मार्ग पिछले तीन दिन से बंद है। खैराड़ अमगड़ी के समीप पहाड़ी से भारी भूस्खलन से यातायात ठप है। ग्रामीण तमाम परेशानी से जूझ रहे है।पहाड़ी डेढ़ सौ मीटर की ऊंचाई से लगातार भूस्खलन होने से दिक्कतें बढ़ गई है। पंचायत प्रतिनिधि व ग्रामीणों ने खतरा टालने तथा यातायात सुचारू किए जाने को ठोस कदम उठाए जाने की मांग की है। चेतावनी दी है कि यदि जल्द व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो सड़क पर उतर आंदोलन शुरू किया जाएगा।
बेतालघाट ब्लॉक मुख्यालय से तल्ली सेठी, मल्ली सेठी, ओखलढूंगा, डॉनपरेवा समेत तमाम गांवों को जोड़ने वाला मार्ग खेराड़ अमगडी़ के समीप भारी भूस्खलन से बंद है। इसी मार्ग से ग्रामीण रामनगर आवाजाही करते हैं। गांवों की उपज को भी रामनगर बड़ी मंडी तक इसी मार्ग से पहुंचाया जाता है पर लगातार भूस्खलन होने से ग्रामीण परेशान है। पहाड़ी पर डेढ़ सौ मीटर की ऊंचाई से लगातार भूस्खलन हो रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय अधिकारी सुध नहीं ले रहे आए दिन मोटर मार्ग बंद हो रहा है जिससे गांव के बाशिंदों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र पंचायत सदस्य नंदन सिंह ने आरोप लगाया है कि बेतालघाट के साथ ही कोटाबाग ब्लॉक के ग्रामीण भी परेशान हैं पर विभागीय अधिकारी मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे। लापरवाही से अब ग्रामीणों में रोष भी पनपने लगा है। किसानों की उपज खेतों में ही खराब हो रही है। क्षेत्र पंचायत सदस्य कूनखेत बाला दत्त बिनवाल, ग्राम प्रधान गोरियादेव राम सिंह नेगी, प्रधान ओखलढूंगा प्रीति चौरसिया, ग्राम प्रधान कांडा डोमास दीवान सिंह तडी़याल आदि पंचायत प्रतिनिधियों ने जल्द मोटर मार्ग पर आवाजाही सुचारू किए जाने की मांग उठाई है। चेतावनी दी है कि यदि हीलाहवाली की गई तो फिर ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन की शुरुआत की जाएगी।