🔳स्वच्छ भारत अभियान का दावे साबित हो रहे हवाई
🔳नदी क्षेत्र में जगह जगह कूड़े का लगा अंबार
🔳नदियों को साफ सुथरा बनाए रखने के दावे हुए फेल
🔳गंदगी के ढेरो से बिगड़ने लगी पवित्र नदी की शक्लों सूरत

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर स्थित गरमपानी खैरना बाजार क्षेत्र के ठिक पीछे बहने वाली पवित्र उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी क्षेत्र में गंदगी का अंबार लग चुका है। बावजूद जिम्मेदार अनदेखी पर आमादा है। नदियों को साफ सुथरा बनाए रखने के दावे यहां हवा हवाई साबित हो रहे हैं। जगह जगह कूड़े का अंबार लगे होने से नदी पार के गांवों को पैदल आवाजाही करने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

नदियों को साफ सुथरा बनाए रखने को समय समय पर अभियान चलाए जाते हैं। जागरुकता अभियानों के साथ बड़े बड़े दावे किए जाते हैं पर गरमपानी खैरना बाजार क्षेत्र के ठिक पीछे बहने वाली पवित्र उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी गंदगी से कराह रही है। जगह जगह लगे गंदगी के ढेर स्वच्छता अभियान के दावों की पोल खोल रहे हैं। गंदगी के ढेरो को देख ऐसा लगता है मानो स्वच्छता अभियान महज फोटो सेशन तक ही सीमित रह गया है। अभियान में शामिल लोग महज फोटो खिंचवाकर इतिश्री कर रहे हैं। नदी क्षेत्र में गंदगी का अंबार गांवों को पैदल आवाजाही करने वालों के लिए भी मुसीबत का सबब बन चुका है। वहीं नदी को देखने पहुंचने वाले पर्यटक भी नदी क्षेत्र से दूरी बनाने लगे हैं। पवित्र शिप्रा नदी में धार्मिक अनुष्ठान करने वाले लोग भी परेशानी का सामना करने को मजबूर हो चुके हैं। समीपवर्ती डोबा के बाशिंदों ने नदी क्षेत्र में गंदगी डालने पर गहरी नाराजगी जताई है। आरोप लगाया की गंदगी व दुर्गंध से आवाजाही मुश्किल होती जा रही है। संक्रामक बिमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ता ही जा रहा है। व्यापारी नेता गोविन्द सिंह, हीरा सिंह, महेंद्र सिंह बिष्ट, गजेन्द्र नेगी आदि ने पवित्र नदी क्षेत्र में गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है।