🔳महत्वाकांक्षी योजना का कार्य छह माह से ठप होने पर जताई नाराजगी
🔳जगह जगह पाइप लाइन खुले में बिछाकर छोड़ने का लगाया आरोप
🔳पाइपों में उलझकर चोटील हो रहे गांव के बाशिंदे
🔳जल्द व्यवस्था में सुधार किए जाने की उठाई पुरजोर मांग
🔳समय रहते जलापूर्ति सुचारु न किए जाने पर आंदोलन की रणनीति तैयार करने का ऐलान
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

समीपवर्ती चापड़ गांव में केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन योजना का कार्य पूरा न किए जाने तथा जगह जगह खुले में पाइप लाइन बिछाए जाने से पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों का पारा चढ़ गया है। आरोप लगाया की पिछले छह महीने से कार्य ठप पड़ा हुआ है जबकि जहां कार्य किया भी गया है तो वहां भी लापरवाही की गई है। खुले में पाइप लाइन बिछाए जाने से आए दिन गांव के बाशिंदे गिरकर चोटिल हो रहे हैं। रात के वक्त जोखिम दोगुना हो जा रहा है।
केंद्र सरकार ने गांवों में पानी का सूखा खत्म को जल जीवन मिशन योजना तैयार की है। महत्वाकांक्षी योजना के तहत गांवों में प्रत्येक परिवार को पेयजल उपलब्ध कराया जाना है। इसके लिए बकायदा लाखों करोड़ों रुपये का बजट भी उपलब्ध कराया है पर कई गांवों में योजना बजट ठिकाने का जरिया बन चुकी है। तमाम गांवों में योजना से पानी की बूंद तक नहीं टपक रही जिस कारण गांवों के बाशिंदे पेयजल संकट का सामना करने को मजबूर हो चुके हैं। कई किलोमीटर दूर से पानी ढोना मजबूरी बन चुका है। कुछ ऐसी ही हकीकत बयां कर रहा है समीपवर्ती ताड़ीखेत ब्लॉक का चापड़ गांव। पिछले दो वर्षो से भी अधिक समय से बन रही योजना का कार्य छह महीने से ठप पड़ा हुआ है। योजना के कार्य में तमाम अनियमितता भी बरती गई है। क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रतिनिधि विजय नेगी के अनुसार कई बार मांग उठाए जाने के बावजूद सुध नहीं ली जा रही। भारी भरकम बजट के बावजूद योजना में अनियमितता बरती जा रही है। मुनाफे के फेर में पाइप लाइन खुले में बिछाकर छोड़ दी गई है। गांव के बाशिंदे पाइप लाइन में उलझकर चोटीला होते जा रहे। ग्राम प्रधान गिरीश राम व सरपंच पूरन राणा ने भी महत्वपूर्ण योजना में लापरवाही बरते जाने पर रोष जताया है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि जल्द नियमानुसार कार्य पूरा कर गांव में जलापूर्ति सुचारु नहीं की गई तो फिर ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।