= लगाया गांव की उपेक्षा का आरोप
= पंचायत प्रतिनिधि व ग्रामीण बोले अनदेखी नहीं होगी बर्दाश्त
= जिलाधिकारी को भी भेजा जाएगा पत्र

(((विरेन्द्र बिष्ट/दलिप सिह नेगी/फिरोज अहमद की रिपोर्ट)))

गांव की खुली बैठक में विभागीय कर्मचारियों के ना पहुंचने पर पंचायत प्रतिनिधियों का पारा चढ़ गया। पंचायत प्रतिनिधियों ने बैठक से अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ रोष जताया। दो टूक कहा कि कर्मचारी ग्राम पंचायतों की बैठक की अनदेखी कर रहे हैं जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बेतालघाट ब्लॉक के ग्राम पंचायत बादरकोट में शुक्रवार को ग्राम पंचायत की खुली बैठक हुई। जल जीवन मिशन पर समेत कई बिंदुओं पर चर्चा की गई। ग्राम प्रधान पूजा पिनारी व क्षेत्र पंचायत सदस्य विनोद ढौंडियाल ने गांव में हुए विकास कार्यों की समीक्षा की। ग्राम पंचायत विकास अधिकारी बीना बेलवाल ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दे लाभ उठाने का आह्वान किया। बैठक में सूचना दिए जाने के बावजूद ग्राम विकास अधिकारी भानु पांडे तथा कृषि अधिकारी डूंगर सिंह जलाल के न पहुंचने पर पंचायत प्रतिनिधियों का पारा चढ़ गया। कहा कि ग्राम विकास अधिकारी व मनरेगा के नोडल भानु पांडे के ना पहुंचने पर बैठक में मनरेगा संबंधी कोई भी कार्य नहीं हो सके। साथ ही कृषि अधिकारी के ना पहुंचने पर भी कई बिंदुओं पर चर्चा नही हुई। पंचायत प्रतिनिधि व ग्रामीणों ने उपेक्षा पर रोष जताया। कहा कि लंबे समय बाद अब बैठक हो रही है जिसकी कर्मचारी अनदेखी कर रहे हैं जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साफ कहा कि मामले को लेकर जिलाधिकारी को भी पत्र भेजा जाएगा। इस दौरान उपप्रधान गणेश राम, आनंद सिंह, राजेंद्र सिंह, लाभांशु सिंह, मोहन सिंह, अमित जोशी आदि मौजूद रहे।