= आपदा के बाद से बदहाली का दंश झेल रही लाइफ लाइन
= बजट न मिलने से मरम्मत में हो रही देरी
= जान जोखिम में डाल आवाजाही को मजबूर यात्री

(((ब्यूरो चीफ विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा/ दलिप नेगी की रिपोर्ट)))

कुमाऊं की लाइफ लाइन के बदहाल होने से पंचायत प्रतिनिधियों का पारा चढ़ने लगा है। महत्वपूर्ण अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे के लिए बजट के अभाव में हाईवे बदहाल होता जा रहा है। पंचायत प्रतिनिधियों ने विभाग पर उपेक्षा का आरोप लगाया है।
बीते वर्ष अक्टूबर में हुई मूसलाधार बारिश ने कुमाऊ की महत्वपूर्ण लाइफ लाइन अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे को भारी नुकसान पहुंचाया। जगह-जगह तबाही के निशान छोड़े। कई जगह कोसी व शिप्रा नदी के वेग से हाईवे का कई सौ मीटर हिस्सा नदी में समा गया। कई दिनों तक आवाजाही ठप रहने के बाद बमुश्किल आवाजाही सुचारू हुई। विभाग ने सर्वे कर मरम्मत के लिए साढे़ तीन करोड़ रुपये का प्रस्ताव केंद्रीय सड़क व भूतल मंत्रालय को भेजा पर अब तक बजट की स्वीकृति नहीं मिल सकी है जिससे पंचायत प्रतिनिधियों का पारा चढ़ने लगा है। ग्राम प्रधान सविता बिष्ट, क्षेत्र पंचायत सदस्य भूपेंद्र सिंह, पूर्व ग्राम प्रधान पूरन लाल साह, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य दलीप सिंह नेगी आदि ने आरोप लगाया है कि हाईवे के बदहाल होने से यात्रियों को जान जोखिम में डाल आवाजाही करनी पड़ रही है वाहन चालकों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है बावजूद हाईवे दुरुस्त नहीं किया जा रहा चेतावनी दी है कि यदि जल्द हाईवे की मरम्मत नहीं की गई तो फिर ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।