◾ 11 महीने से बूंद बूंद पानी को तरस रहे ग्रामीण
◾ एक किमी दूर से पानी ढोना मजबूरी
◾ दुर्गा स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं ने जताई नाराजगी
◾जल्द व्यवस्था में सुधार न होने पर दी आंदोलन की चेतावनी

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

बेतालघाट ब्लॉक के बुधलाकोट गांव में पेयजल संकट से हाहाकार मचा हुआ है। बीते 11 माह से नलों से पानी की बूंद न टपकने से ग्रामीण परेशान है। दूरदराज से पानी ढोना मजबूरी बन चुका है। दुर्गा स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं ने जल्द आपूर्ति दुरुस्त करने की मांग उठाई है। चेतावनी दी है कि यदि उपेक्षा हुई तो फिर आंदोलन शुरू किया जाएगा।

गांवों में बूंद बूंद पानी को ग्रामीण परेशान हैं। बुधलाकोट गांव के लगभग पचास से ज्यादा परिवार बीते 11 माह से पानी को तरस रहे हैं। एक किमी दूर से सिर पर पानी ढोकर घर तक पहुंचाया जा रहा है‌। पेयजल व्यवस्था में कई अन्य कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। विवाह व अन्य कार्यक्रमों में पेयजल संकट से हालात और बिगड़ जा रहे हैं। कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद कोई सुधलेवा नहीं है। लोगों को तमाम समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। दुर्गा स्वयं सहायता समूह अध्यक्ष नीतू, प्रेमा बुधलाकोटी, ललिता बुधलाकोटी, चंद्रा पडियार, लीला देवी, शीला जोशी, चंपा बुधलाकोटी आदि ने पेयजल व्यवस्था चरमराने पर गहरी नाराजगी जताई है। कहा कि चूराणी प्राकृतिक जल स्रोत से गांव को पेयजल आपूर्ति होती थी पर 11 माह से आपूर्ति प्रभावित हो चुकी है। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं ने जल्द जलापूर्ति सुचारू किए जाने की मांग उठाई है। चेतावनी दी है कि यदि उपेक्षा हुई तो फिर गांव की महिलाओं को साथ लेकर आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।