leopard

= ऊंची चट्टान से गिरने से मौके पर ही हो गई मवेशी की मौत
= ग्रामीणों ने की मुआवजे की मांग

(((महेंद्र कनवाल/कुबेर सिंह जीना/मनीष कर्नाटक की रिपोर्ट)))

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे चौना गांव में मवेशीखोर गुलदार का आतंक जोरों पर है। कई पशुपालकों के मवेशियों को मार गिराया है। एक मवेशी को मारने के बाद गुलदार दूसरे मवेशी के पीछे दौडा़ तो चट्टान से गिरकर दूसरे मवेशी की भी मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने पशुपालक को मुआवजा दिए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।
खेती-बाड़ी चौपट होने के बाद किसानों की चिंता बढ़ गई है तो अब पशुपालकों के आगे भी रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। गांवों में रोजगार का एकमात्र जरिया पशुपालन भी अब चौपट होता जा रहा है। गुलदार आए दिन पशुओं को मार डाल रहे हैं। पशुपालक बैंकों से ऋण लेकर तक पशुपालन कर रहे हैं पर गुलदार के आतंक से पशुपालकों को दो तरफा नुकसान उठाना पड़ रहा है बुधवार को चौना गांव में प्रताप सिंह के दो गोवंश पशु जंगल में थे कि तभी घात लगाए गुलदार ने एक गोवंशीय पशु पर हमला कर दिया तथा उसे मार डाला। दूसरे गोवंशीय पशु पर भी हमला करने के लिए दौड़ा कि तभी गोवंशीय पशु चट्टान से गिर गया। चट्टान से गिरकर उसकी मौके पर ही मौत हो गई। गुलदार के आतंक से ग्रामीण भी दहशतजदा है। ग्रामीणों ने पशुपालकों को मुआवजा देने तथा गांव में पिंजरा लगा गुलदार के आतंक से निजात दिलाए जाने की मांग उठाई है।