= पेयजल संकट से खड़ी हुई समस्या
= विद्यालय प्रबंधन ने लिया निर्णय
= नौनिहालों के स्वजनों को भेजी गई सूचना अब अगली तारीख विद्यालय खोलने पर होगा विचार
(((विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा/अंकित सुयाल की रिपोर्ट)))
जवाहर नवोदय विद्यालय गंगरकोट(सुयालबाडी़) अब 10 नवंबर को नहीं खुल सकेगा। पहले विद्यालय प्रबंधन ने दस नवंबर से नौनिहालों को विद्यालय बुलाने की योजना बनाई थी पर पेयजल संकट के चलते फिलहाल स्वजनों को विद्यालय ना भेजने की सूचना भेज दी गई है। अब विद्यालय खोलने की अगली तारीख पर विचार किया जा रहा है। वही जल संस्थान ने फिलहाल वैकल्पिक व्यवस्था कर जल्द ही पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने का दावा किया है।
जवाहर नवोदय विद्यालय गंगरकोट(सुयालबाडी़) में करीब 500 से ज्यादा बच्चे अध्ययनरत हैं। साथ ही करीब 50 से ज्यादा शिक्षक व कर्मचारी तैनात है। पूर्व में विद्यालय में अवकाश घोषित था पर 10 नवंबर को विद्यालय खोले जाने की रणनीति तैयार कर दी गई थी बकायदा इसकी पूरी तैयारी भी कर ली गई पर मूसलाधार बारिश के बाद उठे जल प्रलय से विद्यालय की पेयजल आपूर्ति ध्वस्त हो गई। कोसी नदी में लगा पंप क्षतिग्रस्त हो गया जिस कारण विद्यालय में पेयजल संकट पैदा हो गया है विद्यालय प्रबंधन ने अब विद्यालय को दस नवंबर को न खोलने की घोषणा कर दी है इसके लिए बकायदा स्वजनों को पत्राचार भी कर दिया गया है। विद्यालय के प्रधानाचार्य राज सिंह के अनुसार पेयजल आपूर्ति दुरुस्त होने के बाद विद्यालय खोलने पर विचार किया जाऐगा वही जल संस्थान के सहायक अभियंता दिलीप सिंह बिष्ट के अनुसार विद्यालय को फिलहाल अस्थाई रूप से पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है वही पंप का स्टार्टर भी बदलने की तैयारी कर ली गई है। सहायक अभियंता के अनुसार जल्द ही विद्यालय में पेयजल आपूर्ति दुरुस्त कर ली जाएगी।
खैरना बाजार में वाहन के जरिए बांटा गया पेयजल
खैरना बाजार में भी पेयजल को हाहाकार मचा हुआ है कई दिनों से पेयजल आपूर्ति ठप है ऐसे में लोगों को दूरदराज से पानी ढोना मजबूरी बन चुका है सोमवार को जल संस्थान ने वाहन के जरिए लोगों को पेयजल मुहैया कराया जिससे काफी हद तक लोगों को राहत मिली।स्थानीय लोगों ने तत्काल पेयजल व्यवस्था दुरुस्त किए जाने की मांग उठाई है।