= अधिवेशन में बनाई जाएगी आंदोलन की रणनीति
= आंगनबाड़ी केंद्र छड़ा में हुई बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा
= अधिवेशन सफल बनाने को सौंपी गई जिम्मेदारियां

(((विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/हरीश कुमार की रिपोर्ट)))

राज्य कर्मचारी का दर्जा, समान कार्य समान वेतन, आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण समेत तमाम मुद्दों को लेकर अब आंगनबाडी कार्यकर्ता आंदोलन का मन बनाने लगी हैं। बकायदा इसके लिए आगामी रविवार को जिला मुख्यालय में होने वाले अधिवेशन में रणनीति भी तैयार की जाएगी। आंगनबाड़ी केंद्र छड़ा में हुई बैठक में तमाम बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई।
रविवार को आंगनवाड़ी केंद्र छड़ा में उत्तरांचल आंगनबाड़ी कर्मचारी संगठन की प्रदेश मंत्री प्रेमा बिष्ट की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का शोषण किए जाने का आरोप लगाया। आगामी रविवार को होने वाले अधिवेशन की तैयारियों को लेकर जिम्मेदारियां तय की गई।बैठक में राज्य कर्मचारी घोषित करने, मानदेय बढ़ाने के साथ ही तमाम मांगे पूरी किए जाने का मुद्दा उठा। सर्वसम्मति से तय हुआ कि अब शोषण कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नए भवनों का निर्माण व किराए के भवनों में संचालित केंद्रों का लंबित किराया दिए जाने की भी मांग उठी। बैठक में सिमलखा, गरमपानी तथा बेतालघाट सेक्टर से पहुंची आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। तय हुआ कि मांगों को लेकर अधिवेशन में रणनीति तैयार होगी। इस दौरान संगठन अध्यक्ष गीता बिष्ट, कमला नेगी, गीता मेहरा, शैलजा किरण प्रेमा जलाल रेखा कुंती भगवती, दीपा कार्की, इंदु रानी, हंसा मेहरा, सरिता, चंपा देवी, देवकी देवी, कुंती देवी, खष्टी देवी आदि मौजूद रहे।