◼️ ग्रामीणों ने उठाई जांच की मांग
◼️सरकारी धन के दुरुपयोग का लगाया आरोप
◼️सार्वजनिक टैंक से पानी उपलब्ध कराने पर भी दंबगई का आरोप

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

लाखों रुपये खर्च होने के बावजूद पेयजल ना मिल पाने तथा सार्वजनिक टैंक से पानी ना मिलने पर ग्रामीणों ने नाराजगी जताई है। मामले की जांच कर दोषियों को दंडित किए जाने की मांग की है। चेताया है कि यदि निष्पक्ष जांच नहीं की गई तो फिर ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।
बेतालघाट ब्लॉक के सुदूर खलाड़ गांव में पेयजल योजना की मरम्मत पर एक लाख रुपये खर्च किए जाने के बावजूद गांव में आज तक पानी की बूंद नहीं टपकी है। गांव के अनिल बुधलाकोटी तथा कैलाश बुधलाकोटी ने आरोप लगाया है कि एक लाख रुपये की सरकारी धनराशि खर्च होने के बावजूद भानेरुवा बस्ती में पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी है। आरोप लगाया है कि वर्ष 1962 मे तडी़ गांव में एक टैंक का निर्माण भी किया गया पर अब पानी लेने पर ग्रामीणों को डराया धमकाया जा रहा है। ग्राम प्रधान भी पानी पर कोई हक ना होने की बात कह रहे है जबकि ग्रामीणों का कहना है की जब भानेरुवा तोक में पानी ही उपलब्ध नही कराया जाना था तो वहां लाखों रुपया खर्च क्यों किया गया। ग्रामीणों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई चेतावनी दी है कि यदि मामले में जांच कर उचित कार्यवाही नहीं की गई या तो फिर ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन शुरू किया जाएगा।