= बदहाल हालत में पहुंची कुमाऊ की लाइफ लाइन
= हर कदम पर मुंह उठाए खड़ा है खतरा
= सुधार न होने पर आंदोलन का ऐलान
(((अंकित सुयाल/विरेंद्र बिष्ट/महेंद्र कनवाल)))
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे के हालात ठीक नहीं है। करीब दब किलोमीटर में ही दो सौ से ज्यादा गड्ढे हाईवे की नाजुक हालत बयां कर रहे हैं। बावजूद कोई सुध लेवा नहीं है। हालांकि विभागीय अधिकारी जल्द हाईवे सुधार का दावा कर रहे हैं।
कुमाऊ की लाइफ लाइन अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे दिन पर दिन बदहाल होता जा रहा है। यात्रियों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जगह-जगह गड्ढों में रपट कर कई बाइक सवार चोटिल हो चुके हैं। गड्ढों में पहिया उतरने के साथ ही वाहनों का संतुलन बिगड़ रहा है पर विभागीय अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं। करीब दस किलोमीटर दायरे में दो सौ से ज्यादा गड्ढे हाईवे की बदहाली बयां कर रहे हैं। हाईवे पर भोर्या बैंड, लोहाली, जौरासी, नावली, काकडी़घाट तक तीन वर्ष पूर्व किया गया डामरीकरण दम तोड़ने लगा है। काकडी़घाट से क्वारब तक तो हाल ही बेहाल है। वाहन चालकों को भी वाहनों के रखरखाव में दोगुना पैसा खर्च करना पड़ रहा है। कई बार हाईवे को दुरुस्त करने की मांग उठाई जा चुकी है पर कोई सुध नहीं ली जा रही है। एनएच के बड़े अधिकारी रोजाना हाईवे पर आवाजाही करते हैं बावजूद उन्हें भी बदहाल हाईवे दिखाई नहीं दे रहा। लोगों ने जल्द हाईवे को दुरुस्त किए जाने की मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि जल्द हाईवे दुरुस्त नहीं किया गया तो आंदोलन की रणनीति तैयार कर दी जाएगी।