= 20 घंटे बीते पर नहीं चल सका अबोध के परिजनों का पता
= बच्चे को भेजा गया डा. सुशीला तिवारी अस्पताल के बच्चा वार्ड में
= मामला बना चर्चा का विषय

(((सुनील मेहरा/फिरोज अहमद/अंकित सुयाल की रिपोर्ट)))

उस पत्थर दिल मां को हर कोई कोस रहा है जो अबोध बच्चे को मंदिर परिसर में छोड़ गई। बीस घंटे से ज्यादा बीतने के बावजूद अभी तक अबोध के परिजनों का पता नहीं चल सका है। मामला रहस्यमय होने से लोग भी हैरत में है। शिशु को सुरक्षित ढंग से डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी के बच्चा वार्ड में भेज दिया है।

अल्मोड़ा भवाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित सालडी़ देवी मंदिर परिसर में सोमवार को मिले अबोध डेढ़ माह के शिशु के परिजनों का अब तक कुछ पता नहीं चल सका है। मां सालडी़ देवी मंदिर परिसर में बच्चे के मिलने से हड़कंप मच गया था। पुलिस टीम ने डेढ़ माह के शिशु को सुरक्षित ढंग से डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल के बच्चा वार्ड में भर्ती किया है उसकी पूरी देखभाल की जा रही है। उधर पुलिस टीम भी परिजनों की तलाश में जुटी हुई है। लोग रह रह कर उस पत्थर दिल मां को कोस रहे जो अबोध शिशु को मंदिर में रोता बिलखते छोड़ गई। परिजनों का पता न चलने से तरह-तरह के सवाल भी उठ रहे हैं।