🔳स्टोन क्रशरों की बिक्री रुकने से गहराया आर्थिक संकट
🔳बैंकों का ऋण अदा न होने से सताने लगा कार्रवाई का भय
🔳वाहन संचालकों ने उठाई बिक्री शुरु करवाने की मांग
🔳उपेक्षा पर आंदोलन का बिगुल फूंकने का ऐलान
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

कोसी घाटी क्षेत्र में स्टोन क्रशरो में बिक्री रुकने से वाहन कारोबार से जुड़ा व्यवसाय ठप हो गया है‌। बैंकों के ऋण अदायगी में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ऐसे में वाहन स्वामियों को बैंकों की कार्रवाई का भी भय सताने लगा है। ट्रांसपोर्ट यूनियन से जुड़े पदाधिकारियों ने जल्द क्रशरों से बिक्री शुरु करवाए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि अनदेखी की गई तो फिर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु की जाएगी।
कोसी घाटी स्थित रतौडा़, बर्धो, बढेरी, बेतालघाट, सेठी आदि क्षेत्रों में सैकड़ों युवा वाहन कारोबार से जुड़े हैं। औद्योगिक इकाई के रुप में स्थापित हो रही कोसी घाटी में बेरोजगार युवाओं ने बैंको से ऋण लेकर वाहन कारोबार शुरु किया है‌। यही आजिविका भी एकमात्र साधन है। बीते दिनों प्रशासन व खनन विभाग की टीम ने क्षेत्र में स्थित स्टोन क्रशरों की बिक्री पर रोक लगा दी है जिससे क्षेत्र के सैकड़ों वाहन खड़े हो गए है‌। बिक्री रुकने से वाहन संचालकों के कारोबार पर सीधा असर पड़ा है। वाहनों के चक्के थमने से बैंकों की किस्त भी प्रभावित हो गई है। ऐसे में बैंकों का ऋण अदा न होने पर बैंकों की कार्रवाई का भय भी वाहन संचालकों को सताने लगा है। क्षेत्र के लगभग दो सौ से ज्यादा युवा व्यवसाय प्रभावित होने से परेशान हैं। कोसी घाटी जन विकास समिति संरक्षक दिलीप सिंह बोहरा के अनुसार प्रशासन ने जब जुर्माने की राशि तय कर दी है ऐसे में स्टोन क्रशरों की बिक्री रोकना औचित्यहीन है। ट्रांसपोर्ट यूनियन उपाध्यक्ष दयाल सिंह दरमाल, कुलदीप सिंह, हितेंद्र मेहरा, सुरेन्द्र सिंह आदि ने भी इसे तुगलकी फरमान करार दिया है। आरोप लगाया है की वाहन कारोबार से जुड़े युवाओं के हितों से खिलवाड़ किया जा रहा है जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दो टूक चेतावनी दी है की यदि जल्द व्यवस्था सुचारु नहीं की गई तो फिर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा।