= वन विभाग व प्रशासन की संयुक्त टीम के निरीक्षण में हुआ खुलासा
= एसडीएम ने दिए कार्रवाई के निर्देश
= बेतालघाट ब्लॉक के धारी गांव के गुंथर चेक का मामला

(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

सूदूर क्षेत्रो में वन विभाग व प्रशासन की अनुमति के बगैर ही रोड काट धड़ल्ले से पेड़ों की बलि दी जा रही है। बेतालघाट ब्लॉक के धारी गांव के गुंथर चेक क्षेत्र में संरक्षित प्रजाति के बीस से ज्यादा हरे भरे पेड़ों को तहस-नहस किए जाने की पुष्टि हुई है। वन क्षेत्राधिकारी ने पेड़ काटने की अनुमति न दिए जाने का दावा किया है तो वहीं एसडीएम ने मामले में टीम गठित कर रिपोर्ट मिलने के बाद अब मामले पर कार्रवाई के निर्देश दे दिए हैं। मामले से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
एक और प्रदेश सरकार पौधरोपण अभियान चला जंगलों को हरा-भरा करने के लिए लाखों करोड़ों रुपये खर्च कर रही है वहीं दूसरी ओर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में बिल्डरों को लाभ पहुंचाने के लिए धड़ल्ले से बगैर अनुमति के रोडे काटे जाने का सिलसिला बदस्तूर जारी हैं। बेतालघाट ब्लॉक के धारी गांव के गुथंर चेक क्षेत्र में रोड कटान में बगैर अनुमति के संरक्षित प्रजाति के बीस से ज्यादा पेड़ काट डाले गए हैं। गोपनीय शिकायत पर एसडीएम ने नायब तहसीलदार के नेतृत्व में टीम गठित कर निरीक्षण करवाया। निरीक्षण में पेड़ काटे जाने का खुलासा हुआ है। जांच टीम में शामिल कानूनगो नरेश असवाल ने भी पेड़ काटे जाने की पुष्टि की है। कानूनगो के अनुसार गुंथर चेक में काटी गई रोड में बगैर अनुमति संरक्षित प्रजाति के पेड़ काटे गए हैं। उत्तरी गोला रेंज के वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद कुमार आर्या के अनुसार पेड़ काटे जाने की कोई अनुमति उनके विभाग से नहीं दी गई है। तहसील कोश्या कुटोली के उप जिलाधिकारी राहुल शाह के अनुसार मामला संज्ञान में आ चुका है। जांच करवा ली गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद अब मामले में कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं। घटना से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। पर्यावरण प्रेमियों ने पेड़ काटे जाने वालों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है। जांच टीम में नायब तहसीलदार कुंदन पुरी गोस्वामी, राजस्व उपनिरीक्षक विजय नेगी समेत वन विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे।